India News(इंडिया न्यूज़), Deepak Vishwakarma, Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ में चुनाव और उसके मुद्दे अब एक्सचेंज हो चुके हैं, जहां एक ओर भाजपा जिन मुद्दों को अपनी बपौती मान देश भर में चुनाव लड़ती थी, उसकी परिभाषा को छत्तीसगढ़ में भूपेश नेतृव वाली सरकार ने पूरी तरह से बदल दिया है, वजह आपको बताते हैं।
दरअसल छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने रणनीति तेज कर दी है। जिन प्रमुख मुद्दों पर विधानसभा चुनाव की तैयारी हो रही है, उसमें कांग्रेस के लिए गाय, गोबर, गोठान, रोजगार, छत्तीसगढ़ माडल, श्रीराम वन गमन पथ से लेकर राष्ट्रीय रामायण प्रतियोगिता सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं, वहीं भाजपा के लिए ईडी के छापे, शराब से अवैध कमाई, पीएससी में भ्रष्टाचार की शिकायत, बेरोजगारों के साथ छलावा, गोठानों में भ्रष्टाचार का आरोप शामिल हैं।कांग्रेस का यह विधानसभा चुनाव छत्तीसगढ़िया वाद और देशभर में छत्तीसगढ़ की योजनाओं की चर्चा और सफलताओं पर केंद्रित रहेगा। छत्तीसगढ़ माडल जिसे केंद्र ने भी सराहा है। नरवा-गरवा, घुरूवा, बाड़ी की तारीफ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कर चुके हैं। गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विदेशों की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) जहां गौठानों में स्व-सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। बेरोजगारों को 2500 रुपये बेरोजगारी भत्ता और विधानसभा चुनाव के ठीक पहले 5000 से अधिक पदों पर सीधी भर्ती कांग्रेस के लिए संजीवनी के लिए काम करेगा।
आने वाले समय में कांग्रेस किसानों के लिए बड़ा दांव खेलने जा रही है। जिसमें 15 की जगह 20 क्विंटल प्रति एकड़ ख़रीदने की तैयारी में है, तो वही 3600 ₹ प्रति क्विंटल देने की योजना बना रही है। साथ ही मिलेट्स मिशन के अंतर्गत अब मोटे अनाज के लिए भी समर्थन मूल्य तय किया जा चुका है। वही छत्तीसगढ़ में मुद्दा विहीन भाजपा के लिए कोयला लेवी घोटाला और अवैध शराब बिक्री में ईडी के छापे से लेकर हाल ही में राज्य प्रशासनिक सेवा के परिणामों में गड़बडिय़ों का मुद्दा छाया है। सत्ताधारी पार्टी भी सवालों के घेरे में हैं। भाजपा ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, जिसमें आइएएस अधिकारी से लेकर खनन माफिया और शराब कारोबारी जेल में और ईडी के रिमांड पर चल रहे हैं।
वहीं इन सबके इतर भाजपा के फायर ब्रांड मुख्यमंत्री हिंदुत्व का चोला ओढ़े नया ही राग अलाप रहे है, जी हाँ हेमंता बिश्वा सरमा बयान देने में माहिर सरमा छत्तीसगढ़ के दौरे पर ऐसा कह गए की बवाल मच गया, उन्होंने कहा यदि भूपेश बघेल जी राहुल गांधी और सोनिया गांधी को राम मंदिर ले जाएंगे तो मैं उन्हें हिंदू मानूंगा ?
बयान सोनिया और राहुल को लेकर था जिसकी धुरी छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल को बनाया गया था तो पलटवार लाज़मी था, उतर गए सीएम बघेल बचाव में और सरमा को आड़े हाथो लेकर कह दिया की ”असम के सीएम हेमंता बिश्वा सरमा हिंदू हैं और हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिंदू। हमारे हिंदू धर्म के आधार पर माता या पिता की मृत्यु हो जाए तो पुत्र को बाल( मुंडन संस्कार) देना होता है। लेकिन पीएम मोदी तो सर मुड़ाए नहीं तो सीएम हिमंत से मैं कहना चाहूंगा कि नरेंद्र मोदी का मुंडन करवा लें, माता के निधन के बाद अभी तक नहीं कराया है। अगर वो मुंडन कराएंगे तो मैं हेमंता बिश्वा सरमा को हिंदू मानूंगा.” एक बात तो साफ़ है की कौन हिंदू है कौन नहीं इसका लाभ तो शायद ही किसी को मिले, पर विकास की रफ़्तार में ये नई लाइन किस ओर ले जाएगी ये देखने वाली बात होगी।
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