India News CG (इंडिया न्यूज़),Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में महंगाई को लेकर नए आंकड़े जारी हुए हैं। यहां लोगों को अपनी जरूरत की चीजें खरीदने के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। अक्टूबर महीने में यहां महंगाई की दर अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुकाबले ज्यादा दर्ज की गई, जो 8.8 फीसदी रही। महंगाई के ये आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने जारी किए हैं। छत्तीसगढ़ में महंगाई के ये आंकड़े ऐसे समय में जारी हुए हैं, जब बीजेपी सरकार को एक साल पूरा होने वाला है।

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 5 में पहले स्थान पर छत्तीसगढ़ और दूसरे स्थान पर बिहार है जहां महंगाई दर 7.8 दर्ज की गई। ओडिशा (7.5), उत्तर प्रदेश (7.4) और मध्य प्रदेश (7) क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। सबसे कम महंगाई दर वाले राज्य दिल्ली (4), पश्चिम बंगाल (4.6), महाराष्ट्र (5.4), तेलंगाना (5.5) और जम्मू-कश्मीर (5.5) हैं।

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ब्याज दर में कमी की संभावना नहीं

एनएसओ के अनुसार, अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 14 महीने में सबसे अधिक है, जो 6.2 प्रतिशत दर्ज की गई है। सितंबर में खुदरा महंगाई दर 5.49 और अगस्त में 3.65 प्रतिशत थी। देशभर में सब्जियों की कीमत में उछाल देखने को मिला है। दरअसल, सब्जियों, अनाज, फलों और तेल को कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण माना जा रहा है। इसके चलते फिलहाल आरबीआई द्वारा ब्याज दर में कटौती की कोई संभावना नहीं है।

विपक्ष को मिला सरकार को घरेने का नया मुद्दा

छत्तीसगढ़ में महंगाई के आंकड़े ऐसे समय में आए हैं, जब भाजपा नीत सरकार पहले से ही ‘मनपसंद ऐप’ को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि “जब जनता ने गारंटी पर जवाब मांगा तो रेस्टोरेंट में शराब परोसना शुरू कर दिया, जब तथाकथित सुशासन का जिक्र किया तो कहा कि बेफिक्र होकर मनपसंद डाउनलोड करो।” माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस अब महंगाई के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने जा रही है।

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