India News (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इन दिनों धर्मांतरण का मुद्दा विवाद का केंद्र बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक, आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण के कारण सामाजिक तनाव बढ़ रहा है। ऐसे में, ताजा मामला लोहंडीगुड़ा के दाबपाल गांव का है, जहां एक धर्मांतरित महिला की मौत के बाद शव को दफनाने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
आदिवासी समाज ने किया कड़ा विरोध
बता दें, मृत महिला के परिवार ने पहले दाबपाल में ही शव को दफनाने की कोशिश की, लेकिन गांव के आदिवासी समाज ने इसका कड़ा विरोध किया। ऐसे में, विवाद बढ़ने पर पुलिस और तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। इसके बाद परिवार और धर्मांतरित समुदाय के लोग शव को बेलर गांव ले गए और वहां दफना दिया। हालांकि, इस घटना के बाद दोनों पक्षों में तनाव बना हुआ है। देखा जाए तो, ऐसा ही एक और मामला दरभा थाना क्षेत्र के छिंदबहर गांव में सामने आया, जहां एक धर्मांतरित व्यक्ति की मौत के बाद ग्रामीणों के विरोध के कारण शव 15 दिनों से मेकाज के पोस्टमार्टम घर में रखा हुआ है।
आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण का बड़ा विवाद
बस्तर जिले के आदिवासी क्षेत्रों में धर्मांतरण को लेकर विवाद लगातार बढ़ रहा है। आदिवासी समाज का आरोप है कि धर्मांतरित लोग उनकी जमीन और परंपराओं का उल्लंघन कर रहे हैं। वहीं, धर्मांतरित समुदाय अपने अधिकारों की मांग कर रहा है। इन घटनाओं से इलाके में सामाजिक तनाव बढ़ता जा रहा है। प्रशासन और पुलिस ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है, लेकिन यह मुद्दा अभी भी विवाद का विषय बना हुआ है।
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