India News (इंडिया न्यूज), Chhattisgarh Naxal encounter: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने 19 जनवरी को शुरू हुए ऑपरेशन में बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए, जिनमें 1 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति भी शामिल है। यह ऑपरेशन ओडिशा की सीमा से लगे कुल्हाड़ी घाट रिजर्व वन में किया गया, जहां खुफिया जानकारी मिली थी कि नक्सली छिपे हुए हैं। डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा और एसओजी के जवानों ने मिलकर नक्सलियों के खिलाफ यह कार्रवाई की।
जवानों ने कई महिला नक्सली को किया ढेर
मुठभेड़ के दौरान जवानों ने दुर्गम इलाके में तीन किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़ने के बाद नक्सलियों से सामना किया। कई महिला नक्सली भी इस ऑपरेशन में मारी गईं, और भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और IED बरामद किए गए। इसके अलावा, एक सेल्फ-लोडिंग राइफल भी बरामद की गई।
60 नक्सलियों को 1000 जवानों ने घेरा
सुरक्षाबलों ने ड्रोन की मदद से नक्सलियों की स्थिति पर निगरानी रखी, जिससे उन्हें सफलता मिली। भालू डिग्गी इलाके में फिर से गोलीबारी हुई, जिसमें 20 से अधिक नक्सली ढेर हुए। इस इलाके में 1000 जवानों ने 60 नक्सलियों को घेर लिया था, लेकिन इलाके की जंगली परिस्थितियों के कारण जवानों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
जवान प्रकाश सिंह ने बताई ऑपरेशन से जुड़ी ये बाते
इस ऑपरेशन में शामिल जवान प्रकाश सिंह ने मुठभेड़ के दौरान की स्थिति को साझा करते हुए कहा कि हालात बेहद खतरनाक थे, लेकिन उन्होंने और उनकी टीम ने डटकर मुकाबला किया। प्रकाश सिंह ने कहा, “हम ऐसे ऑपरेशन करते रहते हैं, और करते रहेंगे। हमें इस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हम हमेशा इसके लिए तैयार रहते हैं। हम तीन-चार दिनों तक घटनास्थल पर थे। नक्सलियों ने पहले हम पर हमला किया, लेकिन हमने जवाबी कार्रवाई की और उन्हें मार गिराया।”
छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाकर रहेंगे-जवान
उन्होंने यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान कई टीमों को शामिल किया गया था, और वह इसे एक बड़ी सफलता मानते हैं। उनका कहना था, “हम इस तरह की लड़ाई जारी रखेंगे और छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने में पूरी ताकत लगाएंगे।” इस मुठभेड़ को सुरक्षा बलों की दृढ़ता और तत्परता की एक मिसाल के रूप में देखा जा रहा है, जो नक्सलवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई को मजबूत कर रहा है।