India News (इंडिया न्यूज) Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दो जिलों में तेंदुओं ने आतंक मचा रखा है. कांकेर और धमतरी में तेंदुओं का ऐसा आतंक देखने को मिला कि दो लोगों की जान चली गई. घटना से लोगों में दहस्त है।

तेंदुए की  हमले में 2 की गई जान

जानकारी के मुताबिक,  कांकेर जिले से यह घटना सामने आई है. जहां बाजार से लौट रहे युवक पर तेंदुए ने हमला कर दिया. कांकेर के कोडागांव में युवक बाजार से खरीदारी कर घर लौट रहा था. रास्ते में वह सड़क किनारे आराम करने के लिए रुका. उसके बाद हमला कर दिया। तेंदुआ उसे 200 मीटर तक जंगल में घसीट कर ले गया और वहीं उसे मार डाला. अगले दिन जब युवक घर नहीं लौटा तो परिजन और ग्रामीण उसकी तलाश में निकले. वहीं सड़क पर कपड़े दिखे  जिसे आगे और बढ़े तो शव झाड़ियों में मिला।

रात में जंगल के पास बने घर में..

मृतक की बहन ने बताया, मेरे भाई को शाम तक बाजार से लौटना था लेकिन वो नहीं आया, अगली सुबह हमें उसका शव मिला। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ पहले भी गांव के आसपास देखा गया था। मवेशियों पर हमला किया जाता था लेकिन ये पहली बार है जब किसी इंसान पर हमला किया गया है। इससे गांव में दहशत फैल गई है। उधर, आदमखोर तेंदुए का आतंक धमतरी में भी देखने को मिला। ये घटना धमतरी जिले के मगरलोड इलाके के मड़ेली गांव में हुई। यहां 65 साल की बुजुर्ग महिला रात में जंगल के पास बने घर में सो रही थी। तेंदुआ घर में घुस आया और महिला को अपना शिकार बना लिया। सुबह जब महिला का शव मिला तो ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।

तेंदुए के हमले का डर अभी भी बना..

खबर मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपए की तत्काल मदद दी है। पोस्टमार्टम के बाद परिवार को 6 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। दोनों घटनाओं के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। गांव के भोले-भाले लोग घरों में कैद होकर डर के साये में जीने को मजबूर हैं। दरअसल, कांकेर जिला मुख्यालय पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जहां अक्सर जंगली जानवर नजर आते हैं। वन विभाग ने कुछ इलाकों को डेंजर स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया है। रात में वहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके बावजूद लोगों में तेंदुए के हमले का डर अभी भी बना हुआ है। लोग अब जंगल या सड़क किनारे अकेले जाने से डरने लगे हैं।

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