India News (इंडिया न्यूज़), Raipur News : सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जो पीड़ित बच्चे की शारीरिक गति चलने फिरने की क्षमता को प्रभावित करता है। यह एक तरह की विकलांगता है। सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण आमतौर पर शुरुआत में ही जन्म के कुछ महीनो में दिखाई देने लगते हैं।
सेरेब्रल पाल्सी की शुरुआती लक्षणों में विकास संबधित देरी, असामान्य मांसपेशिय टोन, शरीर के अंग फ्लाफी या बहुत अधिक कठोर होते हैं। असामान्य मुद्रा होती हैं सेरेब्रल पाल्सी लगभग 3 साल से अधिक के उम्र के 1000, में से लगभग 2 से 3 बच्चो को प्रभावित करती हैं। यह संक्रमक नही होती हैं और न ही प्रोग्रेसिव होती हैं हालांकि यह लक्षण सभी बच्चों में अलग-अलग हो सकता है, और लक्षणों व स्थिति की गंभीरता के आधार पर ही यह निर्धारित किया जा सकता है, कि किसी बच्चे को किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता होती है।
सेरेब्रल पाल्सी के मुख्य कारण हो सकते हैं भ्रूण या शिशु के मस्तिष्क में क्षति पहुंचने के कारण,सिर पर चोट लगने के कारण, मस्तिष्क में सही से रक्त प्रवाह ना होने के कारण, बैक्टीरियल एवं वायरल संक्रमण मेनिनजाइटिस या एन्सेफेलाइटिस, जो दिमागी बुखार का ही प्रकार है। जन्म के समय ब्रेन में आक्सीजन का न पहुंचना, गर्भावस्था में नशीली दावों का प्रयोग करना एवं बिना डॉक्टरी परामर्श के दवाओं का प्रयोग करना।
सेरेब्रल पाल्सी कई शारीरिक और तंत्रिका संबंधित दोष पैदा करती है इन बच्चों में सामान्य लक्षण जो दिखाई देते हैं। आमतौर पर लार टपकते रहना, फ्लॉपी मांसपेशी टोन, अंगों में झटका लगना। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या, समन्वय और संतुलन का अभाव निगलने या चूसने में समस्या शरीर के हिले ढूंलने में दिक्कत होना, राठौर मांसपेशियां आदि शारीरिक लक्षण होते हैं। मस्तिष्क में फ्लूइड इंबैलेंस, व्यवहार संबंधित समस्याएं मोटर स्किल डेवलपमेंट में देरी जैसे मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम हो सकते हैं। गंभीर C.P बच्चो को 24×7 सहायता की आवश्कता होती है।
बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज कराने पर 90%तक सुधार की गुंजाइश होती हैं न्यूरो डेवलपमेंट, पोजिशनिंग पोजिशनिंग, एडवांस्ड फिजियोथैरेपीऔर सर्जरी के जरिए उपचार किया जा सकता है। इसके अलावा सेंसरी इंटीग्रेसन और स्टिमुलेशन से भी सी.पी के प्रभाव को कम किया जा सकता है। सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित बच्चों के माता-पिता का अक्सर सवाल होता है कि मैं अपने बच्चे की मदद कैसे कर सकती हूं तो इसके लिए हम कुछ खास उपकरण जो इन बच्चो के लिए ही बनाए गए जैसे ब्रेसिंज, स्प्लिंटर्स या अन्य सहायक उपकरण व्यवासिक चिकित्सा (vocational therapy), ले सकते है।
व्यावसायिक चिकित्सक (vocational therapist) आपके बच्चो को घर, स्कूल, समुदाय में दैनिक गतिविधियों और दिनचर्या में स्वतंत्रता हासिल करने में मदद करता है।बच्चे के सामाजिक कारण को प्रोत्साहित करने का कार्य जैसे पार्क लेकर जाना,विभिन्न गतिविधियो में भाग लेने में मदद करना।
मनोरंजन के विकल्प प्रदान करके इन बच्चो के साथ सीखने का वातावरण निर्मित किया जा सकता है। सेरेब्रल पाल्सी से बचाव के जागरूकता एवम इससे पीड़ित बच्चो और व्यस्कों को दुनिया के बाकी हिस्सों के समान अधिकार पहुंचे और अवसर प्राप्त हो इसके लिए World cerebral policy polsy day, 6अक्टूबर को मनाया जाता है।
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