India News (इंडिया न्यूज),Chhatisgarh Board Exam: छत्तीसगढ़ के नक्सल बेल्ट सुकमा में सरकार पहली बार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने जा रही है। 1 मार्च से शुरू होने वाली इन बोर्ड परीक्षाओं के लिए अति संवेदनशील क्षेत्र जगरगुंडा में हेलीकॉप्टर से प्रश्नपत्र पहुंचाए गए हैं। इस परीक्षा केंद्र पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित जिलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए यह कवायद शुरू की है। इसके लिए पहली बार जगरगुंडा के 36 विद्यार्थियों के लिए उनके क्षेत्र में ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है।

इस केंद्र पर 10वीं कक्षा के 16 और 12वीं कक्षा के 20 छात्र परीक्षा देंगे। जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों का गढ़ माना जाने वाला जगरगुंडा सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 94 किमी दूर है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण अब तक यहां परीक्षा केंद्र नहीं बनाये गये थे। ऐसे में यहां के बच्चों को परीक्षा के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। परीक्षा देने के लिए उन्हें तीन-चार दिन पहले 60 किमी दूर दोरनापाल आना पड़ता था। इसमें उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा से पहले ही अपनी पढ़ाई छोड़ देते थे। हालांकि, अब यहां पुलिस कैंप खुलने से नक्सली गतिविधियां कम हो गयी हैं और विकास कार्य भी तेजी से होने लगा है।

पहली बार बना परीक्षा केंद्र

छात्रों की इस समस्या को देखते हुए पिछले साल जिला प्रशासन ने इलाके में ही परीक्षा केंद्र बनाने का फैसला किया था। वहीं, परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर हेलीकॉप्टर से प्रश्नपत्र भी दोरनापाल से जगरगुंडा पहुंचाए गए हैं। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों के मुताबिक पहली बार 10वीं और 12वीं बोर्ड के लिए। प्रश्नपत्र वितरण केन्द्र सुकमा को बनाया गया है। पहले प्रश्नपत्र जिला मुख्यालय से 110 किमी दूर जगदलपुर से वितरित किए जाते थे।

सुकमा जिले में प्रश्न पत्रों का वितरण

सभी परीक्षा केंद्रों के प्रभारी प्रश्नपत्र लेने जगदलपुर जाते थे। इस वर्ष सुकमा जिले में 16 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। इसमें 10वीं बोर्ड के 1883 नियमित विद्यार्थी, 18 स्वाध्यायी विद्यार्थी, 12वीं बोर्ड के 1495 नियमित विद्यार्थी एवं 33 स्वाध्यायी विद्यार्थी शामिल होंगे। अधिकारियों के मुताबिक, सुकमा जिले के सभी 16 परीक्षा केंद्रों में से 15 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच प्रश्नपत्र पहले ही भेजे जा चुके हैं। वहीं, सुरक्षा कारणों से जिला कलेक्टर हारिस एस के निर्देश पर जगरगुंडा का प्रश्न पत्र हेलीकॉप्टर से भेजा गया है।

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