कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) की कांग्रेस में वापसी कराने की कोशिशें तेज हो गई हैं. सोनिया गांधी की करीबी अंबिका सोनी (Ambika Soni) गुलाम नबी आजाद से लगातार संपर्क साध रही हैं. गुलाम नबी आजाद को पहले भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में शामिल करवाने की रणनीति बनाई गई है, यात्रा में शामिल होने के बाद उनकी कांग्रेस में वापसी कराई जाएगी. उन्होंने इस साल अगस्त में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘नेतृत्व क्षमता’ पर सवाल उठाते हुए और उन्हें ‘चाटुकारों’ से घिरा हुआ बताकर कांग्रेस पार्टी के साथ अपनी करीब आधा दशक (50 वर्ष) पुरानी यात्रा को विराम दे दिया था. आजाद ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में उतरने का ऐलान करते हुए अपनी ‘आजाद डेमोक्रेटिक पार्टी’ (Azad Democratic Party) बनाई. उनके इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में भी टूट पड़ी और कई वरिष्ठ नेता आजाद के साथ आ गए.
पर ‘आजाद डेमोक्रेटिक पार्टी’ गठन के 4 महीने बाद ही कमजोर पड़ टूटने लगी है. कई नेताओं ने गुलाम नबी आजाद का साथ छोड़कर कांग्रेस में वापसी कर ली है. कांग्रेस बिना शर्त के आज़ाद की वापसी की बात कह रही है. अंबिका सोनी ने गुलाम नबी आजाद से इस बारे में बात कर रही हैं. हालांकि, अभी तक किसी भी तरह की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. कांग्रेस के अंदर आजाद के नेतृत्व वाले G-23 में शामिल रहे नेता, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्ड भी उनसे बात कर रहे हैं. इसके अलावा बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष और G-23 के सदस्य रहे अखिलेश प्रसाद सिंह भी आजाद के संपर्क में हैं