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Corona Patients Do Not Do These 7 Mistakes: कोरोना के मरीज ना करें लाहपरवाही, बढ़ सकती है ओमिक्रॉन की रफ्तार

India News Editor • LAST UPDATED : January 16, 2022, 9:07 pm IST

Corona Patients Do Not Do These 7 Mistakes

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Corona Patients Do Not Do These 7 Mistakes: दुनिया भर में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। भारत (India) में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (omicron) बहुत तेजी से अपने पैर पसार रहा है। एक्सपर्ट की माने तो ओमिक्रॉन अगले कुछ दिनों में पीक पर आ सकता है। ओमिक्रॉन को लेकर एक्सपर्ट दावा कर रहे है कि यह डेल्टा के जितना खतरनाक नहीं हैं।

कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए डॉक्टर लोगों को बार-बार मास्क पहनने, वैक्सीन लेने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने की सलाह दे रहे हैं। एक्सपर्ट से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के रोगी की लापरवाही हल्के इंफेक्शन को बड़ा बना सकती है। इसलिए उनके लिए यह 7 बातें जानना बेहद जरूरी है।

नए वैरिएंट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

अपोलो के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर रंजीत चटर्जी ने जानकारी देते हुए बताया है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित रोगियों में 3 से 5 दिनों तक गले में दर्द, 102 से 103 डिग्री बुखार, बॉडी पेन और सिर दर्द की शिकायत देखने को मिल रही हैं। ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज तीसरे दिन बिना एंटीबायोटिक दवाइयों के भी ठीक हो रहे हैं। डॉक्टर ने बताया कि घर में रहने वाले मरीजों को एंटीबायोटिक दवा लेने की जरूरत नहीं है।

एक्सपर्ट के अनुसार ओमिक्रॉन से ग्रसित रोगियों को स्टेरॉयड देने की जरूरत नहीं है। ऐसे रोगी खुद को घर में आइसोलेट रखकर डॉक्टर की बताई गई दवाइयों का सेवन करके खुद को जल्द रिकवर कर सकते हैं। बेवजह स्टेरॉयड का इस्तेमाल रोगी में ब्लैक फंगस या म्यूकोमाइकोसिस जैसी समस्या को पैदा कर सकता है।

कोरोनावायरस की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सभी को जागरूक रहना बेहद जरूरी है। अगर आप खुद को लेकर सतर्क नहीं रहेगें, तो आप अपने शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हल्की सी लापरवाही आपको जोखिम में डाल सकती है। यदि आपको कोरोना के हल्के लक्षण भी दिखने शुरू हो जाए, तो तुरंत आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट करवाएं।

कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर की बताई गई दवा का इस्तेमाल करके कोरोना रोगी जल्द रिकवर हो सकता है। यदि आप कोरोनावायरस के मरीज है, तो आपको अपना इलाज कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर से ही करवाना चाहिए।

अधिकांश लोग रिपोर्ट आने से पहले खुद को आइसोलेट नहीं रखते हैं, जिसकी वजह से दूसरे लोगों भी संक्रमित हो जाते हैं। यदि आप रिपोर्ट आने से पहले ही खुद को आइसोलेट रखें, तो यह संक्रमण आप तक ही सीमित रहेगा।

शुरूआती दौर में कोरोना से संक्रमित होने पर व्यक्ति में सामान्य लक्षण दिखते है। जिसके चलते अधिकांश लोग टेस्ट करवाने को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं। यदि आपको कभी भी कोरोनावायरस के लक्षण महसूस हो, तो आप तुरंत अपना आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट करवाना चाहिए। टेस्ट ना करवाने से आप अपनी जान को जोखिम में डाल सकते हैं।

ओमिक्रॉन से ग्रसित मरीज 3 से 5 दिन के भीतर ठीक हो रहे हैं। यदि आपको ओमिक्रॉन से ग्रसित है और आपकी रिकवरी 3 से 5 दिन में नहीं हो रही हैं, तो आप तुरंत कोरोना स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें। यदि आपको हाई बीपी या डायबिटीज की समस्या हैं, तो आप हल्के लक्षण दिखने पर ही डॉक्टर से संपर्क करें। आपको बता दें हाई बीपी या डायबिटीज रोगिों के लिए कोरोना बेहद खतरा हैं।

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