इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Covid-19 Updates: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (omicron) के मामले बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटों में ही 27.72 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई है। कई देशों में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर कहां और कैसे कोरोना वायरस लोगों को इतनी आसानी से अपनी चपेट में ले रहा है।
कोविड-19 बीमारी सार्स-कोव-2 नामक कोरोना वायरस से होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, हवा फ्लूइड (तरल) होती है। इसमें तरह-तरह के कण मौजूद होते हैं, जो समय के साथ वातावरण में फैलते जाते हैं। वायरस भी इस हवा के साथ फैलने में सक्षम होते हैं। यदि कोई कोरोना संक्रमित मरीज सांस छोड़ता है और हम उसके करीब रहकर उसी हवा में सांस लेते हैं, तो वायरस हमारे शरीर में ट्रांसफर हो जाता है।
अमेरिका यूनिवर्सिटी आफ कॉलोराडो बौल्डर की रिसर्च बताती है कि कोरोना वायरस के कण सबसे ज्यादा गहरी सांस लेने और छोड़ने पर या तेज बोलने पर ट्रांसफर होते हैं। इसलिए फिटिंग के मेडिकल ग्रेड मास्क पहनना जरूरी है।
एनवायरन्मेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी जर्नल में प्रकाशित रिसर्च में वैज्ञानिकों ने संक्रमण के हर फैक्टर को जांचा। इसमें वायरस के ट्रांसफर होने की क्षमता, लोगों का चिल्लाना/गाना, सांस लेना/छोड़ना, रूम छोटा/बड़ा होना, भीड़ होना/ न होना और मास्क पहनने जैसी चीजें शामिल थीं।
खराब एयर क्वालिटी और बिना वेंटीलेशन वाली जगहों पर ज्यादा लोग एकत्र होना। जैसे- जिम, क्लब (corona in clubs) और स्कूल क्लासरूम (corona in schools)। कम जगह और ज्यादा लोगों के बीच (coronavirus in gym) एक्सरसाइज करना, गाना और चिल्लाना। मास्क न पहनना। ऐसी जगहों पर लंबे समय तक रहना।
कोशिश करें कि आप लोगों से बाहर, खुली हवा में मिलें। एक रूम में लोगों की संख्या कम से कम हो। लंबे समय तक एक ही जगह न रहें। लोगों के साथ कम से कम समय बिताएं। हैवी एक्सरसाइज, चिल्लाने और गाने से बचें।
अच्छी क्वालिटी के मेडिकल ग्रेड मास्क लगातार पहने। इनकी फिटिंग भी अच्छी होनी चाहिए।
Also Read : Omicron Threatens Everyone: कई देशों में ओमिक्रॉन बनता जा रहा डोमिनेंट वेरिएंट