इंडिया न्यूज़, चेन्नई।
Relief from Corona भारत में पिछले दो हफ्तों से लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी देखी जा रही है। शुक्रवार को देश में 2 लाख 64 हजार के करीब मामले सामने आए थे, वहीं शनिवार को केवल 4 हजार केस ही बढ़े मिले थे। वहीं आज सिर्फ तीन हजार संक्रमित ही बीते दिन की अपेक्षा ज्यादा मिले हैं। ऐसे में आईआईटी मद्रास के विश्लेषकों का कहना है कि कोरोना वायरस के आर वैल्यू में कमी आने से ऐसा हुआ है। बता दें कि फिलहाल देश में वायरस की औसत आर वैल्यू 2.2 दर्ज की गई है।
किसी भी वायरस की एक आर वैल्यू होती है। आर वैल्यू से ही वायरस दूसरों को अपनी चपेट में लेने की क्षमता रखता है। जैसे कि अगर कोई संक्रमित अपने संपर्क में आए 2 लोगों को वायरस से संक्रमित करने की क्षमता रखता है तो वायरस की आर वैल्यू 2 होगी। इसी प्रकार अगर ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लेता है तो कितने लोग संक्रमित हुए उस आधार पर ही तय होगी कि वायरस की आर वैल्यू क्या है। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए ही राज्य और केंद्र सरकार पाबंदियां लगाती है जिससे कि संक्रमण का प्रसार एक हद तक रोका जा सके।
आईआईटी मद्रास का दावा decrease in R value
आईआईटी के डिपार्टमेंट ऑफ मैथमैटिक्स एंड सेंटर फॉर एक्सिलेंस फॉर कम्प्यूटेशन मैथमैटिक्स एंड डेटा साइंस के प्रोफेसर नीलेशन एस उपाध्याय और प्रोफेसर एस सुंदर ने अपने विश्लेषण में देश के चार बड़े शहरों के आर वैल्यू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस समय चेन्नई में कोरोना वायरस की आर वैल्यू 2.4 है, मुंबई में 1.3, दिल्ली में संक्रमण की यह दर 2.5 है। और कोलकाता में यह 1.6 है। इस हिसाब से कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति अपने साथ दो लोगों को संक्रमित कर सकता है। जो कि जनवरी से पहले डबल तक पहुंच गई थी।
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