INDIA NEWS (DELHI):भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय के तरफ से कंझावला कांड पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से अभी तक पूरी रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त अधिकारी शालिनी सिंह को विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को देने को कहा है। गृह मंत्री ने खुद इस केस की जिम्मेदारी शालिनी सिंह को दी है। ये जिमेदारी देने से पहले अमित शाह ने फ़ोन पर पहले शालिनी सिंह से बात की।

दरसल , यह घटना दिल्ली की एक 20 वर्षीय लड़की की है। जो स्कूटी पर सवार होकर घर जा रही थी। उसी समय एक कार ने टक्कर मारी और फिर कुछ किलोमीटर तक उसे घसीटते लेकर चले गए। इस दर्दनाक हादसे में उस युवती की मौत हो गई है। इस घटना के बाद लोगों के अंदर गुस्सा देखा जा रहा है। पुलिस के अधिकारी के मुताबिक कार में 5 लोग सवार थे। गृह मंत्री अमित शाह ने अब इस पूरे मामले के जांच की जिम्मेदारी शालिनी सिंह के हाथों में सौप दी है।

सीनियर स्टीजन लेफ्टिनेंट की हत्या का मामला भी सुलझाया था

साल 2004 में सीनियर स्टीजन लेफ्टिनेंट जनरल हरनाम सिंह और उनकी पत्नी की हत्या का मामला काफी सुर्खियों में आया था। इस केस को भी शालिनी सिंह ने आरोपियों को नेपाल बॉर्डर से पकड़ कर लाया था।

किसान आंदोलन में भी शालिनी सिंह की थी अहम् भूमिका

शालिनी सिंह ने किसान आंदोलन के दौरान भी दिल्ली पुलिस की तरफ से रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। 1996 में शालिनी सिंह ने आईपीएस बैच ज्वाइन की थी। शालिनी सिंह पहले ज्वॉइंट सीपी वेस्टर्न रेंज की अधिकारी थीं। लेकिन इस समय दिल्ली पुलिस में आर्थिक अपराध शाखा की स्पेशल कमिश्नर पद पर है।

कोरोना के दौरान भी शालिनी सिंह ने दिया था देश को अपना योगदान

कोरोना की वजह से देश में जब पहला लॉकडाउन लगा था। उस दौरान शालिनी सिंह अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए घर जाना भूल गई थी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था की वो पुरे देश को अपना परिवार मानती हूँ। अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद भी वह अपने घर नहीं जाती थी हर चेकपोस्ट पर कोरोना ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों का हौसला बढ़ाने के लिए चेकपोस्ट पर रोज जाती थी। कोरोना के दौरान शालिनी सिंह लाउडस्पीकर लेकर सड़क पर लोगो को समझते भी दिखी थी।