ICICI Bank Fraud Case: ICICI बैंक के वीडियोकॉन अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो का आरोप है की ICICI बैंक धोखाधड़ी मामले में वेणुगोपाल धूत आरोपी है, जिसके चलते उन्हें सोमवार को गिरफ्तार किया गया हैं। इसे पहले सीबीआई ने बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को 3250 करोड़ का बैंक लोन देने के मामले में गिरफ्तार किया था। CBI ने शनिवार को कोचर दंपति को विशेष कोर्ट में पेश किया। जहां विशेष कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया गया है। आपको बता दें कि 26 दिसम्बर को चंदा कोचर और दीपक कोचर की सीबीआई रिमांड का आखिर दिन है। इस मामले में सीबीआई ने जनवरी 2019 में केस दर्ज किया था। इस मामले में कोचर दंपति संग वेणुगोपाल धूत, वीडियोकॉन, Nupower और सुप्रीम एनर्जी पर मामला दर्ज किया गया है।
जानें क्या हैं ICICI बैंक धोखाधड़ी मामला ?
ICICI बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक और सेबी को पत्र लिखकर वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत और ICICI की सीईओ व एमडी चंदा कोचर पर एक-दूसरे को लाभ पहुंचाले का आरोप लगाया था। इस पत्र में दावा किया गया है कि, धूत की कंपनी वीडियोकॉन को आईसीआईसीआई बैंक से 3250 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था और इसके बदले धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी ‘नूपावर’ में अपना पैसा इन्वेस्ट किया था। आरोप है कि इस तरह चंदा कोचर ने अपने पति की कंपनी के लिए वेणुगोपाल धूत को लाभ पहुंचाया। यह खुलासा साल 2018 में हुआ था, जिसके बाद चंदा कोचर को बैंक से इस्तीफा देना पड़ा था।
2018 में सीबी द्वारा दर्ज की थी पीई
मामले सामने आने के बाद सीबीआई इसे लेकर सर्तक हो गई थी। और फरवरी, 2018 में सबसे पहले प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की गई थी। वहीं साल 2019 में आईसीआईसीआई(ICICI) की पूर्व सीईओ और प्रबंध निदेशक चंदा कोचर के खिलाफ आरोपों की जांच कर रही जस्टिस बी.एन. श्रीकृष्णा समिति की रिपोर्ट ने अपनी जांच में पाया कि चंदा कोचर ने बैंक की आचार संहिता का उल्लंघन किया है। जिसके बाद सोमवार को वीडियोकॉन अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत गिरफ्तार कर लिया गया है।