इंडिया न्यूज (India news), Jammu Kashmir : 17 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले से एक हत्या का मामला सामने आया है। बता दें कि एक दम्पति के संदिग्द अवस्था में शव मिला है।शव मिलने के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि मोहद आज़म नामक युवक और उनकी पत्नी गुलज़ार अहमद का खून से लथपथ शव राजौरी जिले के अपर कंडी इलाके में धोक में मिला। इसकी जानकारी उनके आसपास के लोगों ने पुलिस को दी।
घटना की जानकारी पुलिस को मिली
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और खून से लथपत शवों को तुरंत हस्पताल ले जाया गया। वहीं जानकारी के अनुसार मोहद आज़म और उनकी पत्नी गुलज़ार अहमद के शवों को दफ़नाया गया है। दोनों के सिर पर काफी चोटें हैं जबकि दोनों के गलो को भी काटा गया है इतना ही नही आज़म खान के दोनों हाथों के बाजु टूटे हुए हैं , जबकि एक पैर भी काट दिया गया है।
डॉक्टर ने बातचीत में कहा
डी आई जी राजौरी पूँछ रेंज डॉक्टर शहीद मुग़ल ने इंडिया न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि ” मोहद आज़म और उनकी पत्नी की बेहद बूरी तरीके से हत्या की गई है। यह अमानवीय कार्य है इस घटना में किसी भी एंगल को रूल आउट नहीं किया जा सकता। ” पुलिस ने कहा कि इस मामले में जहां जांच की जाएगी ताकि मामले की तेह तक पहुंचा जा सके”।
बता दें कि डॉ मुग़ल ने इस मामले की जाँच के लिए लोगों को भी पुलिस की मदद की मदद करने को कहा है, ताकि इस घटना की सही जाँच हो सके।
वही मोहद आज़म और उनकी पत्नी गुलज़ार की हत्या के बाद परिजनों में काफी रोष है। शव के पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों ने राजौरी के कोटरंका में जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि मामले की जल्द जांच की जाये और दोषिओं को पकड़ा जाये।
भाई ने बातचीत की
मोहद आज़म के भाई आयुव पहलवान ने इंडिया न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि ” उनके भाई की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। जीस तरीके से उन्हें मारकर उनके अंगों को कटा गया है वो देखकर शक होता है की इसके पीछे कोई आतंकी तो नहीं”। आगे उन्होंने बताया कि उनका भाई सेना में पोर्टर का काम करता था और अब उनका बेटा भी सेना में पोर्टर का काम करता है।
बता दें कि राजौरी का कैंडी इलाका वही है जहाँ कुछ समय पहले भारतीय सेना के पांच जवानो की आतंकिओं के साथ मुकाबला करते शहादत हुए थे। ऐसे में इस बात की भी आशंका बनी हुई है कि कही इस घटना को आतंकिओं ने तो अन्ज्जाम नहीं दिया।