इंडिया न्यूज़ : इन दिनों उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर खूब चर्चा है। लेकिन इस चर्चा के विषय में अब तीन ‘लेडी डॉन’ का भी नाम जुड़ गया है। जो फिलहाल फरार हैं। मालूम हो, यूपी में अपराध के रास्ते पर निकली ये तीन ‘लेडी डॉन’ कोई और नहीं बल्कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब रूबी और बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी है। इनके अपराध की लिस्ट इतनी लम्बी है कि इन तीनों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। साथ ही पुलिस ने शाइस्ता और अफशां अंसारी पर तो 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
अगर पिछले कुछ दिनों में देखा जाए तो यूपी पुलिस डॉन को काबू करने में कामयाब नजर आ रही है। वहीँ डॉन की बीबियां यूपी पुलिस को खूब छका रही हैं। आइये इस रिपोर्ट में बताते है उन तीनों लेडी डॉन की कहानी जो उत्तर प्रदेश में अपराध का पर्याय बन चुकी हैं।

शाइस्ता परवीन

बता दें, यूपी में लेडी डॉन के रूप में पहला प्रमुख नाम माफिया डॉन अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता का है जो पुलिस की पकड़ से फरार है। शाइस्ता को पुलिस लगातार खोजने की कोशिश कर रही है।मगर वह अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ी है। आलम यह है कि शाइस्ता अपने बेटे असद और पति अतीक के जनाने में भी शामिल नहीं हुई थी। ऐसा बताया जा रहा है कि अपनी हत्या से पहले अतीक ने पत्नी शाइस्ता को किसी सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया था, जहां तक पुलिस अभी तक नहीं पहुंच पा रही है। फरार चल रही शाइस्ता पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।

अफशां अंसारी

बता दें, यूपी में अपराध जगत में लेडी डॉन में कुख्यात नाम मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी का है। जिसको लेकर भी पुलिस एक्शन मोड में हैं। मालूम हो, मुख्तार की पत्नी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। मुख्तार के खिलाफ ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। जांच में सामने आया था कि मुख्तार की कंपनी में उसकी पत्नी का शेयर सबसे ज्यादा था। इस केस में पूछताछ के लिए ईडी ने मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी को नोटिस भेजा था। मगर वह ईडी के सामने पेश नहीं हुई। बाद में उसके खिलाफ पुलिस द्वारा लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया था। अब यूपी पुलिस ने अफशां के खिलाफ भी 50 हजार का इनाम रख दिया है।

जैनब रूबी

मालूम हो, यूपी में लेडी डॉन के रूप में तीसरा नाम जैनब का आया है। सामने आए जानकारी के अनुसार उमेश पाल हत्याकांड के बाद जैनब अपने घर में थी। पुलिस ने उसे आरोपित नहीं किया था। दबिश देकर उसे पकड़ा और पूछताछ के बाद शांति भंग में चालान कर दिया। इसके बाद जैनब ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस बीच पुलिस ने भी जैनब को उमेश पाल हत्याकांड में वांछित कर दिया।