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चिंताजनक रिपोर्ट: ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी चरम पर, बिहार झारखण्ड में राष्ट्रीय औसत से अधिक

Garima Srivastav • LAST UPDATED : November 3, 2022, 12:04 pm IST

देश में बेरोजगारी का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. जो रिपोर्ट सामने आई है वह काफी चिंताजनक है. देश के ग्रामीण इलाकों में शहरी इलाकों के मुकाबले बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है. अक्टूबर में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.77 फीसदी पर पहुंच चुका है.अगर बात करें शहरी इलाकों में बेरोजगारी की तो बेरोजगारी 7.21 और ग्रामीण इलाकों में यह 8.4 फ़ीसदी पर पहुंच चुका है. इस बात का खुलासा सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी यानी कि सीएमआईई की रिपोर्ट में किया गया है.

 

सबसे पहले बिहार झारखंड की स्थिति

बिहार और झारखंड में बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है. यह दर राष्ट्रीय औसत से अधिक हो चुका है. अक्टूबर में बेरोजगारी दर बिहार असम हरियाणा हिमाचल जम्मू-कश्मीर झारखंड राजस्थान तेलंगाना और त्रिपुरा में औसत से ज्यादा रही.

यूपी-उत्तराखंड में बेरोजगारी का स्तर कम

सीएमआईई ने जो रिपोर्ट जारी किये हैं उन आंकड़ों के मुताबिक बेरोजगारी में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड में हालात बेहतर हैं। यूपी में यह 4.2, दिल्ली में 6.7 और उत्तराखंड में 3.4 फीसदी रही है।अगर हम बात करें सबसे कम बेरोजगारी दर की तो इस मामले में 0.8 फीसदी के साथ मध्य प्रदेश और 0.9 फीसदी के साथ छत्तीसगढ़ निचले पोजीशन पर हैं.

ग्रामीणों में रोजगार की कमी

जानकारों ये बात कहते हैं कि अगस्त में अनियमित बारिश से ग्रामीण रोजगार में कमी आयी. इसके चलते बेरोजगारी दर एक साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं. अनियमित बारिश ने बुआई गतिविधियों को काफी हद तक प्रभावित किया हैं. जिससे किसानों की स्थिति खराब हुई ही साथ ही लोगों के रोजगार स्तर पर बड़ा असर हुआ

 

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