India News (इंडिया न्यूज),Arvind Kejriwal News: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 22 सितंबर को जंतर मंतर पर ‘जनता की अदालत’ लगाने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम में वह जनता को संबोधित करेंगे, जो उनकी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
केजरीवाल का नया चुनावी दांव
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते समय कहा था कि वह जनता की अदालत में जाएंगे और जब तक जनता उन्हें दोबारा नहीं चुनती, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। इस बयान के बाद से ही यह अनुमान लगाया जा रहा था कि केजरीवाल आगामी चुनाव के लिए सक्रिय हो जाएंगे।
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‘जनता की अदालत’ एक महत्वपूर्ण कदम
पार्टी के नेता गोपाल राय ने जानकारी दी कि इस ‘जनता की अदालत’ में पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है, और ऐसे में यह आयोजन केजरीवाल की चुनावी तैयारी का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी
इसी बीच, 21 सितंबर को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी शपथ ग्रहण करेंगी। उनके साथ पांच अन्य विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे, जिनमें गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत शामिल हैं। केजरीवाल की रणनीति केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है। वह हरियाणा में भी अपनी पार्टी के प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। संदीप पाठक के अनुसार, केजरीवाल आज हरियाणा में रोड शो के साथ चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे और राज्य के 11 जिलों में 13 कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। केजरीवाल की यह चुनावी रणनीति और जंतर मंतर पर ‘जनता की अदालत’ का आयोजन, भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए यह केजरीवाल का अहम दांव साबित हो सकता है।