(इंडिया न्यूज़, Beware! If dirt is spread during Chhath Puja on Yamuna Ghats in Delhi): दिल्ली वासी कोरोना महामारी के दो साल बाद दिल्ली के यमुना किनारे पहले की तरह महापर्व छठ का त्योहार मना सकेंगे। यमुना के घाटों पर छठ पर्व मनाने को लेकर बनी असमंजस की स्थिति को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बुधवार को साफ कर दिया।
आपको बता दें, यमुना के निकट छठ घाटों पर पूजा की अनुमति दे दी है। लेकिन इस निर्णय के बाद छठ पर्व के दौरान यमुना में गंदगी को रोकना प्रशासन के लिए बेहद कठिन चुनौती है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के मुताबिक, यमुना में गंदगी को लेकर नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर पांच से 50 हजार रुपये तक का चालान काटा जा सकता है।
यमुना में प्रदूषण के खिलाफ सरकार सख्त
इतना ही नहीं,दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी की सरकार से छठ पर्व श्रद्धालुओं के लिए साफ घाट और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। साथ ही नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों का भी सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है। दिल्ली के एलजी ने राजस्व और पर्यावरण विभाग से कहा कि यमुना में होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी द्वारा जारी सभी आदेशों को सख्ती से लागू किया जाए। इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही यमुना में पूजा के दौरान गंदगी फैलाने पर लोगों का चालान काटा जा सकता है।
गौरतलब है कि, एनजीटी के आदेशानुसार, यमुना में कोई कचरा नहीं फेंका जा सकता। नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर पांच से 50 हजार रुपये तक का चालान किया जा सकता है.