CBI books NHAI officials

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली। केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने 2008 से 2010 तक तीन राजमार्ग खंडों से जुड़े समझौतों में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों और निजी निर्माण कंपनियों के एक कंसोर्शियम सहित 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह कार्रवाई 2018 में दर्ज एक प्रारंभिक जांच के नतीजों के बाद की गई है। सीबीआई ने NHAI संबंधी भ्रष्टाचार के एक मामले में देश भर में 22 स्थानों पर छापेमारी के दौरान 9 किलोग्राम से अधिक सोना और 1.1 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं।

अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने तीन राजमार्ग परियोजनाओं के लिए 2008-10 के दौरान कथित रूप से मासिक भुगतान प्राप्त करने के मामले में महाप्रबंधकों, परियोजना निदेशकों एवं प्रबंधकों सहित एनएचएआई के नौ शीर्ष अधिकारियों और निजी व्यक्तियों सहित 13 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

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सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, ‘वर्ष 2008-2010 के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग छह के सूरत-हजीरा बंदरगाह खंड, राष्ट्रीय राजमार्ग आठ के किशनगढ़-अजमेर-ब्यावर खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग दो के वाराणसी-औरंगाबाद खंड को एनएचएआई ने निजी कंपनियों के संघ को प्रदान किया था और तदनुसार, इन तीन परियोजनाओं के निष्पादन के लिए विशेष प्रयोजन साधनों का गठन किया गया था।’ उन्होंने बताया कि आरोप है कि इन परियोजनाओं के निष्पादन के दौरान उक्त एनएचएआई अधिकारियों ने निजी कंपनियों से धन लिया। उन्होंने बताया कि उक्त निजी कंपनी के उप-ठेकेदारों ने भुगतान किया और इस कंपनी ने अपने बही खाते में गड़बड़ी की।

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उन्होंने बताया कि सीबीआई 2018 से इन आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है और प्रथम दृष्टया पाया गया कि अधिकारियों को अवैध भुगतान किया जा रहा था। सीबीआई ने बताया कि जांच रिपोर्ट में पाया गया कि ‘इसोलक्स कोर्सन इंडिया इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ (आईसीआईईसीपीएल) और सोमा एंटरप्राइजेज को तीन परियोजनाओं का कार्य दिए दिए जाने में भ्रष्टाचार किया गया। सूत्रों ने बताया कि सर्वाधिक 5.5 किलोग्राम स्वर्ण आभूषण सूरज प्रकाश के पास से बरामद किए गए, जो उस समय वाराणसी-औरंगाबाद खंड के परियोजना निदेशक थे।

दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत 22 स्थानों पर छापे मारे गए। आरोपियों के आवासीय/कार्यालय परिसरों पर छापे मारे गए। जोशी ने बताया कि छापेमारी के दौरान 1.1 करोड़ रुएये नकद, 49.1 लाख रुपए की सावधि जमा पावतियां, 4.5 करोड़ रुपए के स्वर्ण आभूषण और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। उन्होंने बताया कि एनएचएआई अधिकारियों के नाम से कई संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं।

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इन राजमार्ग खंडों से जुड़े हैं मामले
अधिकारियों ने बताया कि जांच रिपोर्ट में ‘इसोलक्स कोर्सन इंडिया इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड’ और सोमा एंटरप्राइजेज को राष्ट्रीय राजमार्ग-6 के सूरत-हजीरा खंड, राष्ट्रीय राजमार्ग- 8 के किशनगढ़-अजमेर-ब्यावर खंड और राष्ट्रीय राजमार्ग-2 के वाराणसी-औरंगाबाद खंड का काम दिए दिए जाने में भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया है। इसोलक्स कोर्सन इंडिया (Isolux Corsan India Engineering) इन दिनों लिक्विडेशन की कार्रवाई का सामना कर रही है।

हर महीने लिए 1 लाख रुपये
जांच के नतीजों के मुताबिक, सूरत-हजीरा पोर्ट सेक्शन प्रोजेक्ट में NHAI के वरिष्ठ अधिकारियों ने परियोजना को आसान बनाने के लिए प्राइवेट कंपनी से हर महीने 1 लाख रुपये नकद “आदतन स्वीकार” किए थे। अधिकारियों ने कहा कि दो अन्य सेक्शंस के लिए NHAI के अधिकारियों को कथित तौर पर नियमित रूप से भुगतान किया गया था।

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