India News (इंडिया न्यूज), Delhi CM Rekha Gupta: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का एक बयान इस समय सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। मंगलवार की शाम होली के एक कार्यक्रम में सीएम रेखा गुप्ता ने कार्यकर्ताओं से कुछ ऐसी बात कह दी, जिससे कार्यक्रम का माहौल हल्का तो हुआ, लेकिन राजनीतिक रंग भी चढ़ गया।
कार्यकर्ताओं से क्या बोलीं रेखा गुप्ता?
Delhi CM Rekha Gupta
कार्यक्रम के दौरान जब कार्यकर्ता उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए जुटे थे, तब रेखा गुप्ता ने हंसते हुए कहा, “यार बस करो, हर बार एक ही जैसी फोटो आएगी। कभी कुछ खाने-पीने के लिए भी पूछ लिया करो। चाय-नाश्ता की हूं या नहीं, ये भी कोई नहीं पूछता। कोई तो पराठे खिला दो यार!” मुख्यमंत्री का ये बयान सुनते ही कार्यकर्ताओं में हंसी गूंज उठी और सभी ने तालियां बजानी शुरू कर दीं। रेखा गुप्ता ने मजाकिया लहजे में अपने पुराने दिनों को भी याद किया। उन्होंने कहा, “जब मैं पार्षद थी, तो लोग खाने के लिए बुलाते थे। कोई कहता था कि डिनर कीजिए, कोई कहता लंच करिए। लेकिन अब जब से मुख्यमंत्री बनी हूं, कोई खाने तक के लिए नहीं बुलाता।”
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‘मोदी जी ने कहा कि मुख्यमंत्री बना रहा हूं’ – बयान पर सियासत गरमाई
रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने पहले ही कह दिया था कि आपको मुख्यमंत्री बना रहा हूं, ताकि आप दिल्ली के विकास के लिए काम करें। यही वजह है कि मैं रोज-रोज किसी कार्यक्रम में नहीं जा पाती।” सीएम के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। विपक्ष ने इसे “जनता से दूरी” का संकेत बताया है। विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री के इस बयान से साफ है कि वह जनता से कट चुकी हैं और अब सिर्फ सत्ता का आनंद ले रही हैं।
क्या सीएम के ‘पराठा बयान’ का पड़ेगा चुनावी असर?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री का ये हल्का-फुल्का बयान सियासी रंग ले सकता है। विपक्ष पहले ही सरकार पर जनता से कटे होने का आरोप लगा रहा है। अब देखना होगा कि रेखा गुप्ता का ये “पराठा बयान” जनता के बीच कितना असर डालता है।