India News (इंडिया न्यूज), Delhi Chunav 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब तेज हो चुकी हैं, जहां मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी के बीच माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस भी खुद को मजबूत विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस ने इस बार अपनी चुनावी रणनीति को और भी सख्त कर दिया है और अरविंद केजरीवाल पर हमले तेज कर दिए हैं। राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते सीलमपुर की रैली में केजरीवाल को भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का प्रतीक करार दिया, जिससे पार्टी में जोश भर गया है।
कांग्रेस का फोकस इस बार उन 20-25 सीटों पर है, जिन पर वह मजबूत स्थिति में मानती है, जैसे बादली, सीलमपुर, सीमापुरी, कस्तूरबा नगर, सुल्तानपुर मजरा, मटिया महल, बल्लीमारान और ओखला। पार्टी का मुख्य लक्ष्य अपने पुराने वोटर्स, खासकर मुस्लिम समुदाय को वापस लाना है, जो 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान केजरीवाल के रुख से नाराज हो गए थे। कांग्रेस का मानना है कि इस बार वह मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में ‘आप’ को चुनौती दे सकती है।
कांग्रेस ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल को भी अपने अभियान का हिस्सा बनाया है। पार्टी का कहना है कि केजरीवाल ने उनके किए गए कामों का श्रेय अपने नाम लिया है। कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा, “दिल्ली की जनता अब पुरानी दिल्ली वापस चाहती है।”
कांग्रेस ने ‘आप’ की सरकार को कई मुद्दों पर घेरा है, जैसे बिजली-पानी के बिल, राशन कार्ड समस्याएं और ‘शीशमहल’ विवाद। कांग्रेस का कहना है कि केजरीवाल सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए केंद्र और उपराज्यपाल को दोषी ठहराती है। इस बार कांग्रेस को उम्मीद है कि वह मुस्लिम वोटों के सहारे ‘आप’ के वोटबैंक में सेंध लगा सकती है और दिल्ली की सियासत में अपनी जगह बना सकती है।