India News (इंडिया न्यूज),Delhi Excise Policy Case: दिल्ली की आबकारी नीति में कथित घोटाले के मामले में गुरूवार को यानी आज प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करेगी। उनके पूछताछ से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने आशंका जताई है कि उन्हें ईडी आज ही गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि इससे पहले भी सीबीआई ने इसी केस में अप्रैल महीने में अरविंद केजरीवाल से पूछताछ की थी। इसी मामले में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह समेत कई आरोपी जेल की सलाखों के पीछे हैं।

केजरीवाल ईडी के सामने पेश होंगे या नहीं?

दिल्ली में सत्तापक्ष AAP ने इस बात को लेकर चुप्पी साध रखी है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होंगे या नहीं। ईडी ने कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए अरविंद केजरीवाल को बुलाया है। बता दें CBI और प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली की उस आबकारी नीति की जांच कर रहे हैं जिसे बहुत पहले वापस ली जा चुकी है। अब आरोप है कि इस नीति में ऐसे बदलाव किए गए जिनसे कुछ शराब डीलरों को फायदा मिला और इसके बदले में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पैसे लिए।

अरविंद केजरीवाल का नाम कैसे आया?

बता दें, ईडी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल से उनकी भूमिका पर सवाल करेगी। केजरीवाल के नाम का जिक्र कुछ आरोपियों और गवाहों के बयानों में सामने आया था। इस तौर पर ईडी का कहना है कि केजरीवाल से पूछताछ करना जरूरी है। रिमांड नोट और चार्जशीट के अनुसार विजय नायर ने कई शराब कारोबारियों से कहा की वो शराब नीति को लेकर केजरीवाल से चर्चा करता है। वहीं, इंडोस्प्रिट के मालिक समीर महेंद्रू की मुलाकात अरविंद केजरीवाल से विजय नायर ने ही करवाई थी।

एजेंसियां क्या करती हैं, यह हमारी चिंता का विषय नहीं

दरअसल, राजनीतिक पार्टियां भी इस पर बयानबाजी करने से पीछे नही रहे। इस दौरान, मीडिया से वार्तालाप करते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग करती है, ये कोई नई बात नहीं है। दुसरी तरफ बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इतना बड़ा मामला केजरीवाल की सहमति के बिना नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘‘एजेंसियां क्या करती हैं, यह हमारी चिंता का विषय नहीं है। यह उन्हें तय करना है।’’

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