India News (इंडिया न्यूज),Delhi-NCR Viral Flu: दिल्ली और एनसीआर में इन दिनों एक रहस्यमयी वायरल संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिससे लोग कोरोना की वापसी की आशंका जता रहे हैं। अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, बुखार, बदन दर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत लेकर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। विशेषज्ञ भी इस संक्रमण की तीव्रता और लंबे समय तक बने रहने वाले लक्षणों को देखकर हैरान हैं।
मौसम में बदलाव और बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर में वायरल संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है। एक लोकल सर्वे के मुताबिक, 54% घरों में लोग खांसी, बुखार, गले में खराश और बदन दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं। अगस्त 2024 में जहां केवल 38% घरों में ऐसी शिकायतें थीं, वहीं अब यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। 13,000 से अधिक लोगों पर किए गए इस सर्वे में पाया गया कि 45% घरों में दो से तीन सदस्य बीमार पड़े हैं।
Delhi-NCR Viral Flu: कोरोना के बाद दिल्ली में फिर जागा ख़तरनाक वायरस
लोगों में डर इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि इस बार फ्लू के लक्षण बिल्कुल कोरोना जैसे नजर आ रहे हैं। तेज बुखार, गले में खराश, लगातार खांसी, सांस लेने में परेशानी और कमजोरी जैसे लक्षण मरीजों में देखे जा रहे हैं। कुछ मामलों में तो ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी गंभीर समस्याएं भी उभर रही हैं। डॉक्टरों के अनुसार, यह वायरल संक्रमण आम सर्दी-खांसी से अधिक गंभीर रूप ले रहा है और कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस संक्रमण के बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ठंड और गर्मी के उतार-चढ़ाव का असर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ रहा है, जिससे वायरस तेजी से फैल रहा है। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, जो लोगों की श्वसन प्रणाली को कमजोर कर रहा है। डॉक्टर इस संभावना पर भी विचार कर रहे हैं कि यह किसी नए वायरस का स्ट्रेन हो सकता है। हालांकि, अभी तक कोई ठोस पुष्टि नहीं हुई है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, बुजुर्ग, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं और वे लोग जो पहले से अस्थमा, मधुमेह, हृदय रोग या सीओपीडी जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं, इस संक्रमण की चपेट में जल्दी आ सकते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह संक्रमण ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस संक्रमण से बचाव के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दे रहे हैं।
अगर बुखार एक हफ्ते से ज्यादा बना रहे, सांस लेने में परेशानी हो, लगातार खांसी रहे या शरीर में अत्यधिक कमजोरी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टरों का कहना है कि इस वायरल संक्रमण को हल्के में लेना भारी पड़ सकता है और समय पर इलाज न मिलने से स्थिति बिगड़ सकती है।
फिलहाल, विशेषज्ञ इस रहस्यमयी वायरल संक्रमण की सटीक वजह जानने में जुटे हैं। यह कोई नया वायरस है या बदलते मौसम और प्रदूषण का असर—इस पर अभी रिसर्च चल रही है। लेकिन इतना तय है कि दिल्ली-एनसीआर में यह बीमारी तेजी से फैल रही है और इसे नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं होगा।