India News (इंडिया न्यूज),Delhi Pollution Reduced: दिल्ली की हवा में हाल ही में थोड़ी राहत महसूस की जा रही है, क्योंकि राजधानी में प्रदूषण का स्तर पिछले दिनों के मुकाबले थोड़ा कम हुआ है। दिल्ली का औसत एक्यूआई अब 283 पर है, जबकि यह पहले 340 तक पहुंच गया था। कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 300 के नीचे आ चुका है, और जिन स्थानों पर हवा की गुणवत्ता सबसे खराब थी, वहां भी एक्यूआई 400 से कम हो गया है। हालांकि, स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है और पूरी तरह सामान्य होने में समय लगेगा। दिल्ली में सामान्य रूप से एक्यूआई का स्तर 50 तक होता है, जो स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित माना जाता है।
मौसम में बदलाव और हवा की गति बढ़ने से इस बदलाव को सहारा मिला है। ठंड के मौसम में हवा की गति धीमी होने से प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है, लेकिन इन दिनों हवा तेज चलने से प्रदूषण के कण फैल गए हैं। फिर भी 300 के पार एक्यूआई स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है और इसके कारण सांस से जुड़ी बीमारियां, विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों में, तेजी से बढ़ रही हैं।
दिल्ली के अस्पतालों में सांस की बीमारियों के मरीजों की संख्या में 30 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों बाहर की हवा में लंबे समय तक रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने भी वायु गुणवत्ता के मद्देनजर अपनी मॉर्निंग वॉक बंद कर दी है। डॉक्टर लोगों को बाहर जाने से बचने और धूल-मिट्टी के संपर्क में आने से बचने की सलाह दे रहे हैं, खासकर कमजोर वर्गों को। विशेषज्ञों का कहना है कि पीएम2.5 और पीएम10 जैसे सूक्ष्म कणों की मात्रा वातावरण में बढ़ी हुई है। ये कण श्वास प्रणाली में गहराई तक पहुंचकर कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।
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