India News(इंडिया न्यूज),Delhi Rains:बारिश का ये कहर अपने साथ डर का माहौल लेकर आया है। पहाड़ से लेके मैदान तक मूसलाधार बारिश का कहर जारी है कहीं पहाड़ दरक रहे हैं तो कहीं बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। तो वहीं दिल्ली(Delhi Rains) में बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है जिसके बाद दिल्ली मौसम विभाग ने बाढ़ की आशंका भी जताई है। भारी बारिश को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सोमवार को स्कूलों को बंद रखने का ऐलान कर दिया है।
टपकने लगी दिल्ली हाईकोर्ट की छत
बता दें कि, इस मूसलाधार बारिश के चलते दिल्ली हाईकोर्ट की छत भी टपकने लगी है। अब आप ये अंदाजा लगा सकते है कि, ये बारिश अपने किस रूप में है। हलाकिं, छत टपकने के चलते दिल्ली हाईकोर्ट ने तुरंत हीं एक नोटिस जारी कर दिया है कि, टपकने वाले 3 कोर्ट रूम को अगले आदेश तक दूसरे कोर्टरूम में स्तानान्तरित किया जाए।
कोर्टरूम को कहां शिफ्ट किया गया
1. कोर्ट नंबर 2 HMJ संजीव सचदेवा और HMJ मनोज जैन की बेंच कोर्ट नंबर 3 में बैठेगी
2. कोर्ट नंबर 4 की जस्टिस वीके राव और ऐके मेंदीरत्ता की बेंच कोर्टरूम नंबर 9 में बैठेगी
3. जस्टिस विभु भाखरु और अमित महाजन की कोर्ट नंबर 6 अब एक्सटेंशन ब्लॉक में कोर्ट नंबर 29 में बैठेगी
जर्जर व्यवस्था जिम्मेदार कौन
कहने को तो बारिश का मौसम बड़ा सुहाना होता है लोग इसका लुत्फ़ उठाना पसंद करते हैं लेकिन वही आवयश्कता से अधिक चीज़ फिर नुक्सान का कारण भी बन जाती है यही हाल इस वक़्त बारिश के चलते देश का बना हुआ है। जहां लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कहीं दुकानों, घरों में पानी घुस रहा है तो ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है बारिश के कारण लोगों का डेली रूटीन बिगड़ गया है। इसके अलावा दिल्ली के पॉश इलाकों में भी भारी जल जमाव देखा जा रहा है दिल्ली का ड्रेनेज सिस्टम इतना बेकार क्यों है ? ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इन सब का ज़िम्मेदार कौन है ? मौजूदा सरकार पुरानी सरकारों पर निशाना साध रही है तो वही पुरानी सरकारें भी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं।
ये भी पढ़े
- हिमाचल में भारी बारिश का कोहराम, 365.35 करोड़ रुपए का नुकसान, अमित शाह ने हरसंभव मदद का दिया आश्वासन
- पानी के सैलाब में फंसी बस, लोगों ने जैसे तैसे कूदकर बचाई जान, जानें खबर