India News (इंडिया न्यूज),Delhi Transport News: दिल्ली परिवहन विभाग ने 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों का पंजीकरण रद्द कर दिया है, जिससे लगभग 59 लाख वाहन मालिक प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि, इन वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदलने का विकल्प देने की बात तो पांच साल पहले ही हो गई थी, लेकिन इसके अमल में आज तक कोई प्रगति नहीं हुई है। लोगों को जहां अपने पुराने वाहनों में इलेक्ट्रिक किट लगवाने का इंतजार है, वहीं विभाग और कंपनियों के बीच बैठकों का दौर चल रहा है।
2019 में हुई थी योजना पर चर्चा
2019 में परिवहन विभाग ने इस योजना पर विचार-विमर्श किया था, जिसमें लगभग 11 कंपनियों ने भागीदारी का भरोसा जताया था। इन कंपनियों का एक पैनल भी गठित किया गया, और कारों एवं दोपहिया वाहनों में इलेक्ट्रिक किट का ट्रायल किया गया था। हालांकि, इस योजना के लिए वेबसाइट पर कंपनियों के संपर्क नंबर दिए गए हैं, लेकिन अब तक इसका व्यावहारिक क्रियान्वयन नहीं हो सका है।
बच्चों के लिए स्पेशल बस सेवा की शुरुआत
वहीं दूसरी ओर, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बच्चों की सुरक्षा के लिए दिल्ली के बाहरी इलाकों में नई बस सेवा का उद्घाटन किया है। नए रूट 892 STL और 892 SPL पर बसें शुरू की गई हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों और स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए सुविधाजनक साबित होंगी। गहलोत ने बच्चों की यात्रा को सुरक्षित एवं सुगम बनाने के उद्देश्य से यह पहल की है, जो भविष्य में भी परिवहन सेवा को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
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