India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Pension: दिल्ली के बुजुर्गों को पिछले पांच महीने से जो पेंशन नहीं मिल रही थी, वह एक बार फिर मिलनी शुरू हो गई है। शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने बताया कि दिल्ली में चार लाख बुजुर्गों को पेंशन मिलती है। इनमें से एक लाख लोगों को पेंशन का एक हिस्सा केंद्र सरकार से मिलता है। जबकि तीन लाख लोगों की पूरी पेंशन दिल्ली सरकार देती है।
बुजुर्गों को लगी बड़ी सौगात
आतिशी ने बताया कि इनमें से एक लाख बुजुर्गों को पिछले पांच महीने से पेंशन नहीं मिल रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र ने अपने हिस्से का पैसा रोक रखा था। आतिशी ने कहा कि इन बुजुर्गों के पास इस पेंशन के अलावा आर्थिक आय का कोई दूसरा जरिया नहीं है। ऐसे में पेंशन ही उनके लिए सबकुछ है। दिल्ली के एक लाख बुजुर्ग पिछले पांच महीने से काफी परेशान थे। उन्हें लग रहा था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल में हैं, इसलिए उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है।
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सरकार ने खातों में ट्रांसफर किए रुपये
आतिशी ने आगे कहा कि मैं उन बुजुर्गों को भरोसा दिलाना चाहती हूं कि भले ही उनका बेटा केजरीवाल जेल में है, लेकिन वो सबका ख्याल रखता है। वो लोगों के हक के लिए लड़ता रहता है। जेल में भी जब मैं उससे मिली तो वो अपनी चिंता जाहिर करता रहा। आतिशी ने आगे कहा कि मैं बताना चाहती हूं कि जिन एक लाख लोगों की पेंशन रुकी थी, उन्हें मिलने लगी है। अब तक करीब 90 हजार लोगों को पेंशन भेजी जा चुकी है। बाकी लोगों को भी आज पेंशन मिल जाएगी।
बुजुर्गों को कितनी पेंशन मिलती है?
बुजुर्गों को दी जाने वाली पेंशन में दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार का कितना हिस्सा है? इसके जवाब में मंत्री आतिशी ने कहा कि एक बुजुर्ग को 2500 रुपये पेंशन मिलती है। दिल्ली सरकार 2200 रुपये देती है, जबकि केंद्र सरकार 300 रुपये देती है। ये ऐसी व्यवस्था है कि जब तक दोनों तरफ से पैसा नहीं मिलता, पेंशन जारी नहीं हो सकती। यही वजह है कि इतने महीनों तक ये पेंशन रुकी रही।