India News (इंडिया न्यूज), Delhi Assembly Elections 2025: अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री, ने 22 जनवरी को मिडिल क्लास के लिए अपना नया मेनिफेस्टो जारी किया। उन्होंने इसे “मिडिल क्लास का घोषणा पत्र” करार दिया और कहा कि देश का असली सुपर पावर मिडिल क्लास है। उनका कहना है कि मिडिल क्लास ने हमेशा देश के विकास में योगदान दिया है, लेकिन आज भी उनकी समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है।
केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील
केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की कि मिडिल क्लास को पहचानकर अगले बजट को उनके नाम किया जाए। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मांगें उठाई, जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य के बजट को बढ़ाकर 10% करना, निजी स्कूलों की फीस पर नियंत्रण, आयकर की छूट सीमा 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करना, वरिष्ठ नागरिकों के लिए रिटायरमेंट और पेंशन योजनाओं का निर्माण और रेलवे के किराए में 50% की छूट देना।
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सरकार ने मिडिल क्लास को बनाया अपना ATM-केजरीवाल
उन्होंने यह भी कहा कि मिडिल क्लास को सरकार का एक एटीएम बना दिया गया है, जहां से टैक्स तो लिया जाता है, लेकिन बदले में कुछ नहीं मिलता। उनका मानना है कि मिडिल क्लास के लिए राजनीतिक पार्टियों ने कभी ठोस कदम नहीं उठाए, क्योंकि वे जाति और धर्म के नाम पर वोटबैंक बनाते हैं और बड़े उद्योगपतियों से चंदा प्राप्त करते हैं।
केजरीवाल ने लिया संकल्प
दिल्ली में अपनी सरकार द्वारा किए गए सुधारों का उल्लेख करते हुए, केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मिडिल क्लास के लिए मुफ्त बिजली, पानी, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं दी हैं। अब वह केंद्र सरकार से मिडिल क्लास के मुद्दों को संसद में उठाने का संकल्प लेते हैं और आने वाले बजट में मिडिल क्लास के लिए विशेष राहत की मांग करते हैं।