India News(इंडिया न्यूज)Congress secret meeting 2025: हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस ने पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए एक नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। मंगलवार (11 मार्च) को दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में हुई एक अहम बैठक ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। इस बैठक में कांग्रेस के अग्रिम संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठों के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया, जहां पार्टी को फिर से मजबूती देने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए।
देवेंद्र यादव का सख्त संदेश – हार से निराश न हों
Delhi Politics 2025
बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट संदेश दिया कि चुनावी हार से निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “राजनीति में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया है।” देवेंद्र यादव ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे हर मतदाता तक कांग्रेस का संदेश लेकर जाएं और राहुल गांधी की ओर से चलाई जा रही नीतियों को जनता के बीच प्रभावी ढंग से पेश करें।
आखिर क्या है कांग्रेस की नई रणनीति?
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाने की योजना तैयार की है। कांग्रेस के अग्रिम संगठनों – युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवा दल और NSUI के अध्यक्षों को अपने-अपने स्तर पर रणनीति लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। पार्टी ने तय किया है कि जनता के बीच जाकर कांग्रेस की नीतियों और योगदान के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी।
बैठक में कौन-कौन थे शामिल?
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव के अलावा पूर्व मंत्री डॉ. नरेंद्र नाथ, पूर्व विधायक और कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, करावल नगर जिला प्रभारी डॉ. पी.के. मिश्रा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। कांग्रेस की इस गुप्त बैठक में लिए गए फैसलों को लेकर पार्टी के भीतर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं।
क्या बदलेगा दिल्ली का सियासी समीकरण?
कांग्रेस की इस नई रणनीति से दिल्ली के राजनीतिक माहौल में बड़ा बदलाव हो सकता है। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले महीनों में जमीनी स्तर पर बड़े आंदोलन और अभियानों की तैयारी हो रही है। क्या कांग्रेस इस नई रणनीति से दिल्ली की सत्ता में वापसी कर पाएगी? यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल कांग्रेस ने सियासी जंग की जमीन तैयार कर दी है।