India News (इंडिया न्यूज), Republic Day 2025: देशभर में 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न धूमधाम से मनाया गया। बता दें, इस खास मौके पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। बता दें, राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। परेड को देखते हुए कई मार्गों को बंद किया गया, जबकि कुछ मार्गों का रुख बदल दिया गया।

PM Modi के ‘ब्रह्मास्त्र’ से चारों खाने चित हुआ चीन, राष्ट्रपति प्रबोवो को गणतंत्र दिवस पर बुलाने के पीछे का सीक्रेट जान फूल गए Jinping के हाथ-पैर

दिल्ली की झांकी ने मोहा मन

जानकारी के मुताबिक, इस बार गणतंत्र दिवस पर दिल्ली की झांकी को विशेष स्थान मिला, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में हुए बदलावों को प्रदर्शित किया। दिल्ली की झांकी “शिक्षा की गुणवत्ता” पर आधारित थी। इसमें दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थानों की झलक दिखाई गई। खास बात यह रही कि शुरुआत में इसे शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अंतिम समय में इसे 26 झांकियों में स्थान मिला। ऐसे में, इस अवसर पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि 2020 से दिल्ली की झांकी को गणतंत्र दिवस पर प्रदर्शित नहीं किया जा रहा था, लेकिन इस बार इसे शामिल कर एक सरप्राइज दिया गया है। झांकी ने 77 हजार दर्शकों का दिल जीत लिया।

झांकियों में राज्यों और मंत्रालयों की भागीदारी

बता दें, इस वर्ष परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल हुईं। इनमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, गुजरात* और अन्य राज्यों की झांकियां रहीं। इसके अलावा 10 मंत्रालयों और विभागों ने भी अपनी झांकियां प्रदर्शित कीं। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने इस झांकी के माध्यम से अपने *शिक्षा मॉडल* को व्यापक रूप से प्रदर्शित किया। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले यह झांकी सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए एक मजबूत संदेश साबित हुई।

आस्था की डुबकी लगाने महाकुंभ पहुंचे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बोले-‘हिन्दू जागे, भारत बने हिन्दू राष्ट्र’ की पुकार