इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली:
राजस्थान में मंदिर पर बुलडोजर चलने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था। अब राजधानी दिल्ली के श्रीनिवासपुरी इलाके के आई ब्लॉक मार्केट में बने नीलकंठ मंदिर पर बुलडोजर चलने का खतरा मंडरा रहा है। श्रीनिवासपुरी के नीलकंठ मंदिर को हटाने के लिए नोटिस मिला है। नोटिस में कहा गया है कि सरकारी जमीन पर मंदिर गलत तरीके से बना है इसलिए इसे हटा दिया जाए।
इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी आमने सामने आ गई है। आप इसका विरोध कर रही है और बीजेपी से सवाल कर रही है की क्या वो मंदिर पर भी बुलडोजर चलाएगी। कालकाजी विधानसभा से आप विधायक आतिशी ने ट्वीट कर मंदिर को दिए गए नोटिस का विरोध किया है।
आप विधायक आतिशी ने किया विरोध
इस नोटिस का विरोध करते हुए आप विधायक आतिशी ने कहा है कि “श्रीनिवासपुरी का नीलकंठ महादेव मंदिर है। यहां के स्थानीय लोग बता रहे हैं कि 20 से 22 साल पुराना मंदिर है, इस मंदिर में लोगों की आस्था है। हम बीजेपी से पूछना चाहते हैं कि उनको क्या समस्या है अगर इलाके की महिलाएं यहां आकर कीर्तन करती हैं पूजा करती हैं तो उनको उससे क्या आपत्ति है, क्यों वो इस पर बुलडोजर चलाना चाहती है। क्या हमारे देश का ये हाल हो गया है कि अब मंदिरों पर बुलडोजर चलेगा।” इससे पहले आतिशी ने मंदिर में पूजा की।
मंदिर 20 से 22 साल पुराना
नीलकंठ महादेव मंदिर 20 से 22 साल पुराना है। स्थानीय लोगों का कहना है कि “सबको पता है कि अक्सर मंदिर हो, मस्जिद हो, लोगों के घर हों, थोड़ा बहुत अवैध कंस्ट्रक्शन पूरे दिल्ली में कई सालों से चला आ रहा है। लेकिन आज बीजेपी यहां आकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है, कह रही है कि हम मंदिर पर बुलडोजर चलाएंगे।” लोगों ने कहा कि “ये कार्रवाई केंद्र सरकार कर रही है। हम इसका विरोध कर रहे हैं और यहां की जनता ने फैसला किया है कि हम इस पर बुलडोजर नहीं चलने देंगे।”
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
यह भी पढ़ें : सांसद नवनीत राणा पति सहित गिरफ्तार, रविवार को कोर्ट में होगी पेशी, जानें क्या है मामला
यह भी पढ़ें : बांगलादेश सीमा से घुसपैठ की समस्या पर क्या बोेले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जानें किसे कहा मित्र पड़ोसी?
यह भी पढ़ें : श्री गुरु तेग बहादुर जी को क्यों कहा जाता है हिंद दी चादर, जानें कैसे बने त्याग मल से तेग बहादुर?