India News (इंडिया न्यूज),Delhi First Milk Bank: दिल्ली में केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल में जन्म के तुरंत बाद स्तनपान या दूध से वंचित रहने वाले शिशुओं के लिए दूध बैंक यानी लैक्टेशन मैनेजमेंट यूनिट (एलएमयू) की शुरुआत की गई है। इसका उद्घाटन बुधवार को अस्पताल के एमएस डॉ. संदीप बंसल ने किया। उन्होंने बताया कि हर साल सफदरजंग अस्पताल के मदर एनआईसीयू में भर्ती 2000 नवजात शिशुओं को इस बैंक से लाभ मिलेगा।
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मिल्क बैंक से कम होगा नवजात मृत्यु दर
इसके अलावा, कई अध्ययन रिपोर्टों से पता चला है कि स्तनपान भारत की अर्थव्यवस्था में 626 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान देता है। स्तनपान बच्चों के लिए तीन अतिरिक्त IQ अंकों के साथ-साथ न्यूरोडेवलपमेंटल परिणामों में भी सुधार कर सकता है।
वीएमएमसी की प्रिंसिपल डॉ. गीतिका खन्ना के अनुसार, दूध बैंक की सुविधा से सफदरजंग अस्पताल में नवजात मृत्यु दर और रुग्णता में काफी कमी आएगी।
इन्हें होगा फायदा
देश भर में हर साल 27 मिलियन बच्चे जन्म लेते हैं और 1,000 जीवित जन्मों में से 20 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है। 40 बिस्तरों वाला यह लेवल 3 मदर-एनआईसीयू यूनिट जरूरतमंदों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला है। यह एलएमयू केंद्र सरकार के अस्पतालों में भेजे जाने वाले शिशुओं के लिए पहला एलएमयू है।
समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में वैश्विक वृद्धि में भारत का योगदान 25% है, और अनुमान है कि मृत्यु दर में 3/4 की कमी आई है। इससे भारत में हर साल 5 वर्ष से कम आयु के 1,60,000 बच्चों की मृत्यु को रोकने की संभावना है।