India News(इंडिया न्यूज)BJP vs AAP:दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर घमासान छिड़ गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावी वादों को लेकर सीधा हमला बोला है। मंगलवार (11 मार्च) को नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेसवार्ता कर बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि “2500 रुपये का वादा तो जुमला निकला, अब फ्री सिलेंडर का क्या होगा?”
बीजेपी के वादे पर सवाल
Delhi Politics 2025
आतिशी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने और होली-दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर का वादा किया था। उन्होंने कहा, “महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर भरोसा किया और बीजेपी को वोट दिया। लेकिन 8 मार्च तक खाते में पैसे आने की बात कही गई थी, जो अब तक नहीं आई है। आखिर मोदी जी की गारंटी कब पूरी होगी?”
क्या होली पर मिलेगा फ्री सिलेंडर?
होली में अब कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में AAP ने बीजेपी सरकार से पूछा है कि क्या वाकई 14 मार्च को हर महिला को मुफ्त सिलेंडर मिलेगा या यह भी सिर्फ चुनावी बयानबाजी निकलेगा? आतिशी ने कहा कि दिल्ली की महिलाएं बीजेपी के विधायकों के दफ्तर पहुंचकर जवाब मांग रही हैं, लेकिन अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। उन्होंने कहा, “मोदी जी की गारंटी की सच्चाई अब सामने आ चुकी है। जनता को बेवकूफ बनाना बंद करें।”
‘2500 रुपये का वादा साबित हुआ झूठा’
आतिशी ने कहा कि बीजेपी सरकार की गारंटी सिर्फ चुनावी स्टंट थी। उन्होंने कहा, “न तो रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ, न ही किसी महिला के खाते में पैसे आए। अब सवाल यह है कि अगर 2500 रुपये का वादा झूठा निकला, तो फ्री सिलेंडर का वादा भी झूठा साबित होगा?”
महिलाओं का BJP से सवाल – “गारंटी या धोखा?”
AAP मुख्यालय पर जुटी महिलाओं ने बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि “2500 रुपये का वादा तो झूठ निकला, अब होली पर सिलेंडर मिलेगा या फिर यह भी एक जुमला ही साबित होगा?” आतिशी ने कहा कि देशभर की महिलाएं अब बीजेपी से जवाब चाहती हैं कि मोदी जी की गारंटी सच है या फिर एक और राजनीतिक छलावा?
क्या मोदी की गारंटी पर से उठेगा भरोसा?
आतिशी के हमले के बाद दिल्ली की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। बीजेपी अब बैकफुट पर नजर आ रही है। सवाल यह है कि क्या बीजेपी अपने वादों को पूरा करेगी या फिर मोदी की गारंटी भी चुनावी जुमला ही साबित होगी?