India News(इंडिया न्यूज),NCB Delhi Police Raid: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मिलकर ग्रेटर नोएडा के कासना औद्योगिक क्षेत्र में एक ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश किया। इस ऑपरेशन में एनसीबी ने तिहाड़ जेल के एक वार्डन और एक मैक्सिकन नागरिक समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। मौके से लगभग 95 किलो मेथमफेटामाइन ड्रग्स जब्त की गई, जिसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। इस फैक्ट्री में ड्रग्स निर्माण में प्रयोग होने वाले कई प्रकार के रसायन भी बरामद हुए हैं। जांच में पता चला कि फैक्ट्री का संचालन मैक्सिकन कार्टेल ‘सीजेएनजी’ (कार्टेल डी जलिस्को नुएवा जेनरेशन) के सदस्य कर रहे थे, जिनकी गतिविधियों पर एनसीबी काफी समय से नजर बनाए हुए थी।

फैक्ट्री में मिला उन्नत तकनीक से लैस केमिकल लैब

एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल (ऑपरेशन) ज्ञानेश्वर सिंह के अनुसार, फैक्ट्री में मेथमफेटामाइन निर्माण के लिए जरूरी उपकरणों के साथ एसीटोन, सोडियम हाइड्रॉक्साइड, मेथिलीन क्लोराइड, इथेनाल जैसे उच्च गुणवत्ता वाले रसायन पाए गए। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि तिहाड़ जेल का एक वार्डन इस गिरोह के साथ मिलकर फैक्ट्री संचालन में शामिल था। आरोपी ने तिहाड़ जेल में अन्य तस्करों से संपर्क बनाकर यह कारोबार शुरू किया। फैक्ट्री के लिए जरूरी रसायन और मशीनों की खरीदारी भी विभिन्न स्रोतों से की गई थी।

पहले भी कई फैक्ट्रियों का भंडाफोड़

एनसीबी की इस वर्ष की बड़ी कार्रवाइयों में यह छठी फैक्ट्री पकड़ी गई है। इसी महीने भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक अन्य फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जहां से 907 किलो मेफेड्रोन और हजारों किलो अन्य रसायन जब्त किए गए थे। एनसीबी का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में ड्रग्स माफिया तेजी से ऐसी गुप्त लैब स्थापित कर रहे हैं, जिससे मादक पदार्थों का उत्पादन बढ़ाया जा सके।

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