India News(इंडिया न्यूज),Delhi Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी के आसमान पर जहरीली धुंध की चादर छाई हुई है। बुधवार को यह धुंध और घनी हो गई। हवा की गुणवत्ता मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच एक बार फिर “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गई। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटों के दौरान हर दिन शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया। वहीं, मंगलवार को यह 397 था। AQI का स्तर सोमवार को 358 और रविवार को 218, शनिवार को 220 तो शुक्रवार को 279 और गुरुवार को 437 था।
प्रदुषण स्तर में लगातार बढ़ोतरी
वायु गुणवत्ता की निगरानी करने में विशेषज्ञता रखने वाली स्विटजरलैंड की कंपनी IQAir के मुताबिक, मंगलवार को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की गिनती में दिल्ली पहले स्थान पर था, ढाका दूसरे, लाहौर तीसरे और मुंबई चौथे स्थान पर था। पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान द्वारा विकसित एक प्रणाली के अनुसार प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों के योगदान की पहचान करने के लिए, वायु प्रदूषण में बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान 23 प्रतिशत था। गुरुवार को इसके 11 फीसदी और शुक्रवार को चार फीसदी रहने की उम्मीद जताई है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदुषण से खतरा
दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेने पर इस पर डॉक्टरों का कहना है कि एक दिन में लगभग 10 सिगरेट पीने के हानिकारक प्रभावों के बराबर है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक प्रदूषण के उच्च स्तर के संपर्क में रहने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और गंभीर श्वसन समस्याएं होने की संभावना बढ़ सकती हैं और हृदय रोग का खतरा बढ़ सकता है। अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के साथ वाहन उत्सर्जन, धान-पुआल जलाने और पटाखे फोड़ने के प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियां, सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच जाती है।
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