India News (इंडिया न्यूज)Rekha Gupta Delhi CM: दिल्ली की सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी को भूकंप और अन्य आपदाओं से बचाने के लिए एक ठोस मास्टर प्लान तैयार किया है। अब दिल्लीवासियों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि दिल्ली सरकार एक आधुनिक आपातकालीन परिचालन केंद्र (ईओसी) स्थापित करने जा रही है। यह केंद्र किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान राजधानी को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, यह योजना वर्षों से पाइपलाइन में थी और शहर भूकंपीय मानचित्र के जोन IV में स्थित होने के बावजूद, जहां आवासीय इकाइयों का एक बड़ा हिस्सा भवन नियमों और उपनियमों के अनुसार नहीं बना है। इस मुद्दे पर 12 मार्च को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में चर्चा की गई, जिसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने की और इस बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी मौजूद थीं। सक्सेना ने मुख्यमंत्री, जो डीडीएमए के उपाध्यक्ष भी हैं, से अनुरोध किया था कि वे उन रसद मुद्दों को संबोधित करें, जिन्हें पिछली सरकार द्वारा अब तक नजरअंदाज किया गया है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, जिनके पास वित्त विभाग भी है, ने पिछले महीने विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश करते हुए कहा था कि राजधानी विभिन्न आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में आपदा न्यूनीकरण के दृष्टिकोण से गंभीर स्थिति पर चर्चा की गई, जिसमें यमुना के किनारे उत्तर, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में स्थित नरेला, बवाना, मजनू का टीला, शाहदरा, सोनिया विहार और शाहीन बाग जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों की संवेदनशीलता पर चर्चा की गई, जो अत्यधिक भूकंप संभावित क्षेत्रों में आते हैं।
– आपातकालीन परिचालन केंद्र (ईओसी): दिल्ली में पहली बार अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन केंद्र बनाया जा रहा है, जिससे संकट के समय एक ही आपातकालीन नंबर से तेजी से राहत और बचाव कार्य किया जा सकेगा।
– 30 करोड़ रुपये का बजट: सरकार ने इस योजना के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जिससे अत्याधुनिक मशीनरी और संचार उपकरणों से लैस एक नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि इस प्रक्रिया में अब तेजी आने वाली है, भले ही हाल ही में म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए हों।
– भूकंपरोधी निर्माण: दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को भूकंपरोधी इमारतें बनाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आपदा के दौरान संचार व्यवस्था बाधित न हो।
– घनी आबादी वाले इलाकों पर खास ध्यान: नरेला, बवाना, मजनू का टीला, शाहदरा, सोनिया विहार और शाहीन बाग जैसे संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं।
– काम में तेजी: म्यांमार और थाईलैंड में हाल ही में आए भूकंप से सबक लेते हुए सरकार ने इस प्रोजेक्ट की गति तेज कर दी है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ कहा है कि दिल्ली की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। पिछली सरकारों द्वारा की गई लापरवाही को अब दूर किया जा रहा है। हम दिल्ली को हर आपदा से बचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब दिल्लीवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भूकंप हो या कोई और आपदा- सरकार ने आपकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं!