India News (इंडिया न्यूज)Rohingya muslim: भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुस्लिमों की जांच परख की जा रही है। लगातार रोहिंग्या रिफ्यूजी कैंप में पुलिस कागजात चेक कर रही है। अब दिल्ली के एमसीडी स्कूलों में भी अवैध रूप से रह रहे बच्चों की पहचान करने के आदेश दिए गए हैं। लेकिन रोहिंग्या मुस्लिमों भी अपनी तैयारी कर ली है।
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कागज दिखाया जाएगा, सबकुछ है हमारे पास
वहीदा दस साल से कालिंदी कुंज इलाके में रह रही है। वो कहती है कि असम से आई थी, यहां पर अब अच्छे से बस गई है। उसके चार बच्चे है, चारों बच्चे आंगनबाड़ी और मदरसे में जाते हैं। वहीदा कहती है कि हमारे पास सभी पेपर मौजूद हैं। आधार कार्ड, एनआरसी, पैन कार्ड सभी चीजें है। जब भी पुलिस मांगेगी हम दिखा देंगे।
अधिकतर बच्चे मदरसे में जाते हैं स्कूल नहीं
असलम तीन साल से दिल्ली में रह रहे हैं, वो बताते हैं कि पांच साल से इस इलाके में हम रह रहे हैं। हमारे बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं। अधिकतर लोग मदरसे में पढ़ते हैं।ऐसे में सवाल उठता है कि स्कूलों में कैसे जांच हो जब बच्चे स्कूल नहीं मदरसे में जा रहे हैं। असलम कहते हैं मदरसे में पैसा नहीं देना होता, वहां पढ़ाई मुफ्त मिलती है साथ ही खाने को भी बच्चों को मिलता है।
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