India News (इंडिया न्यूज),Saint Stephens College: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और सेंट स्टीफंस कॉलेज के बीच ईसाई छात्रों के लिए तय सीटों को लेकर विवाद गरमा गया है। डीयू ने सेंट स्टीफंस पर आरोप लगाया है कि उसने ईसाई उम्मीदवारों के लिए निर्धारित सीटों से अधिक सीटें भर ली हैं और कुछ बीए पाठ्यक्रमों में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) योग्यता रखने वाले उम्मीदवारों के बावजूद सीटें खाली छोड़ दी हैं। डीयू ने कहा है कि 28 अगस्त को सेंट स्टीफंस कॉलेज द्वारा भेजी गई सूची की जांच के बाद कुछ चिंताजनक मुद्दे सामने आए हैं, जिसके कारण आवंटन प्रक्रिया में दिक्कत आ रही है। विश्वविद्यालय का दावा है कि बीएससी (H) रसायन विज्ञान और बीएससी (H) भौतिकी जैसे कुछ लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में CUET-योग्य उम्मीदवार होने के बावजूद सीटें खाली रह गई हैं।
डीयू पर लगाया पोर्टल में देरी का आरोप
दूसरी ओर, सेंट स्टीफंस कॉलेज के प्रिंसिपल जॉन वर्गीस ने डीयू पर आरोप लगाया है कि उसने ईसाई अल्पसंख्यक छात्रों के लिए समय पर कॉमन सीट अलॉटमेंट सिस्टम (CSS) पोर्टल नहीं खोला, जिससे छात्रों की कक्षाएं छूट गईं। कॉलेज ने चेतावनी दी थी कि अगर 31 अगस्त तक पोर्टल नहीं खोला गया तो वह कानूनी कदम उठाएगा। प्रिंसिपल ने कहा कि 24 अगस्त को डीयू को चयनित उम्मीदवारों की सूची भेजने के बावजूद, तीन दिन बाद विश्वविद्यालय ने 27 अगस्त को जवाब दिया और अधिक जानकारी मांगी। 28 अगस्त को सेंट स्टीफंस ने सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई, लेकिन फिर भी डीयू की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
अंतिम तिथि 4 सितंबर रखी
डीयू ने सार्वजनिक नोटिस में यह भी कहा कि अन्य ईसाई अल्पसंख्यक संस्थान, जीसस एंड मैरी कॉलेज द्वारा शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। आवंटन स्वीकार करने की अंतिम तिथि 4 सितंबर रखी गई है। इस विवाद के चलते ईसाई छात्रों का भविष्य और उनकी कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। विश्वविद्यालय और कॉलेज के बीच इस मुद्दे पर सहमति न बनने से स्थिति और गंभीर हो सकती है।
Red Fort Attack Judgment: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा लाल किला हमले का दोषी, डेथ वारंट पर लगी रोक
Delhi Crime News: प्रेमिका की हत्या कर फरार आरोपी गिरफ्तार, शक के चलते ली जान