India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Saurabh Bhardwaj: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की कमी है। पद खाली पड़े हैं, लेकिन उपराज्यपाल केजरीवाल सरकार को बदनाम करने और दिल्ली की जनता को परेशान करने के लिए इन पदों पर नियुक्तियां नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है। नए अस्पताल बन रहे हैं। अस्पतालों में भी डॉक्टर और स्टाफ की नियुक्ति नहीं की जा रही है।

दिल्ली में हर संकट के पीछे एलजी हैं’

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हाल ही में दिल्ली शेल्टर होम (आशा किरण) में 14 लोगों की मौत हो गई। इसे लेकर बीजेपी और दूसरे नेताओं ने आप सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए। इसकी जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग के तहत चलने वाली आशा किरण में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की भारी कमी है।

Arvind Kejriwal: जेल में ही रहेंगे सीएम केजरीवाल, 3 सितंबर तक बढ़ी न्यायिक हिरासत

‘डॉक्टरों की नियुक्ति का जिम्मा एलजी का है’

आशा किरण में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की नियुक्ति और तबादले का जिम्मा एलजी का है। यह मामला सेवा विभाग से जुड़ा है। यह विभाग एलजी के अधीन है। जब ये सवाल उठाए गए तो उनके कार्यालय ने कहा कि एनसीसीएसए की बैठक न होने की वजह से सीटें खाली पड़ी हैं। इससे साफ पता चलता है कि एलजी के अधीन सेवा विभाग ने अपना काम नहीं किया। इसके बावजूद एलजी के कार्यालय की ओर से झूठ परोसा गया। उनका कहना है कि एनसीसीएसए की बैठक नहीं हो रही है। दिल्ली के अस्पतालों की हालत ऐसी है कि आधा दर्जन अस्पतालों में 30 फीसदी पद बिना डॉक्टर और विशेषज्ञ के भरे पड़े हैं। इसी प्रकार पैरामेडिकल और नर्स स्टाफ की भी भारी कमी है।

Delhi Farmers Protest: दिल्ली देहात के किसान धरने पर, बोले- चुनाव में नहीं लेंगे हिस्सा