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Shab-E-Barat: जामा मस्जिद के शाही इमाम ने अपने बेटे को बनाया उत्तराधिकारी, 'शब-ए-बारात' समारोह में लिया ये निर्णय

Shubham Pathak • LAST UPDATED : February 26, 2024, 9:29 am IST

India News (इंडिया न्यूज़),Shab-E-Barat: कल यानी रविवार को देश भर में मुसलमान समुदाय ने ‘शब-ए-बारात’ (माफी की रात) का जश्न जोरो-सोरो से मनाया। मुसलमानों के इस त्योहार की बात करें तो यह एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो रविवार को इस्लामी कैलेंडर के आठवें महीने शाबान की 14वीं और 15वीं रात को मनाया जाता है। वहीं इस पावन अवसर पर दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने रविवार को भव्य मस्जिद के प्रांगण में आयोजित ‘दस्तारबंदी’ समारोह में अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। इस समारोह में प्रार्थना के बाद अगले इमाम के सिर पर ‘दस्तारबंदी (जिसे पगड़ी कहते है) बांधना शामिल है। बता दें कि, ‘शब’ शब्द फ़ारसी मूल का है, जिसका अर्थ है रात, जबकि ‘बारात’ एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ मोक्ष और क्षमा है। शब-ए-बारात की रात दुनिया भर के मुसलमान अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।

शब-ए-बारात की खासियत

वहीं इस पावन अवसर पर जमा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, “यह इबादत की रात है, यह गुनाहों से माफी की रात है। सभी को खामोशी से इबादत करनी चाहिए और बाद में सभी को अपने-अपने घर चले जाना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि, दिल्ली के निज़ामुद्दीन दरगाह में शब-ए-बारात मनाया गया। बड़ी संख्या में लोग प्रार्थना करते हुए पवित्र दरगाह के आसपास देखे गए। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शब-ए-बारात समारोह के मद्देनजर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के आसपास विभिन्न जांच चौकियों की व्यवस्था की।

मुंबई पुलिस का जबरदस्त इंतजाम

इसके साथ ही मुंबई में जुम्मा मस्जिद के ट्रस्टी शोएब खतीब ने इस अवसर पर कहा कि, “मुंबई में बड़ा कब्रिस्तान का इतिहास 200 साल पुराना है। यह 8 एकड़ में फैला हुआ है। जिन लोगों का निधन हो गया है उनके लोग यहां आते हैं और उनके लिए प्रार्थना करते हैं। इसके साथ ही प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि, मुंबई पुलिस ने अद्भुत व्यवस्था की है।” जो भी दिशा-निर्देश बनाए गए थे, सभी ने उनका पालन किया। यहां आने वाले लोग शांतिपूर्वक पूजा भी करते हैं। मस्जिद ट्रस्ट शब-ए-बारात से एक महीने पहले व्यवस्था करता है।”

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