इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Tata Power) : टाटा पावर प्रोजेक्टस् को लेकर चल रही गिरफ्तारी की खबर का टाटा पावर ने खंडन करते हुए बताया कि रिश्वत के मामले में टाटा पावर का कोई भी कर्मचारी शामिल नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्टस में टाटा पावर का नाम लिया गया है जो पूरी तरह गलत है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने रिश्वत मामले में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आॅफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक बी एस झा समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में सीबीआई अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान 93 लाख रुपये भी बरामद किये गए थे। सीबीआई को अधिकारियों द्वारा ईटानगर के एक ठेकेदार से रिश्वत लेने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने अधिकारियों के 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
दिल्ली सहित इन जगहों पर सीबीआई ने की छापेमारी
सीबीआई ने रिश्वत से जुड़े मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कार्यकारी उपाध्यक्ष देशराज पाठक और सहायक उपाध्यक्ष आर एन सिंह समेत 5 कार्यकारी के नाम शामिल होने की बात थी। मिली जानकारी के अनुसार यह छापेमारी दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद में हुई थी।
टाटा पावर के प्रवक्ता ने जारी किया बयान
टाटा पावर के प्रवक्ता ने इस संबंध में बताया कि टाटा पॉवर यह स्पष्ट करना चाहती है कि उसका कोई अधिकारी पावर ग्रिड कॉपोर्रेशन आॅफ इंडिया के इस कथित रिश्वत के मामले में संलिप्त नहीं है, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। कुछ मीडिया रिपोर्टों ने कथित मामले में टाटा पावर के नाम का गलती से उल्लेख किया है।
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