India News (इंडिया न्यूज), Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 15 करोड़ रुपये के कोविड वैक्सीन घोटाले में फरार आरोपी प्रफुल्ल कुमार नायक को 21 जनवरी 2025 को गिरफ्तार किया। बताया गया है कि, आरोपी ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का अधिकारी बनकर फर्जी कार्य आदेशों के जरिए लोगों को ठगा।
कैसे दिया गया धोखा?
बता दें, आरोपियों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के फर्जी कार्य आदेश बनाकर पीड़ितों को वैक्सीन परिवहन कार्य के लिए ठगा। वे पीड़ितों को मंत्रालय के परिसर में ले जाकर फर्जी दस्तावेज दिखाते थे। जांच में सामने आया कि इस घोटाले में कुल 15 करोड़ रुपये की ठगी हुई। ऐसे में, EOW ने 2022 में भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस घोटाले में आठ आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन आरोपियों में मुख्य साजिशकर्ता हरमेन सबरवाल भी शामिल था, लेकिन नायक तब से फरार था।
जानें प्रफुल्ल कुमार नायक की भूमिका
48 वर्षीय नायक एक ग्रेजुएट और ट्रैवल एजेंट है। वह आरती एजुकेशन एंड हेल्थकेयर सोसाइटी का कोषाध्यक्ष था। इस सोसाइटी का इस्तेमाल जनता को धोखा देने और पीड़ितों से ठगे गए पैसे हड़पने के लिए किया गया। जानकारी के मुताबिक, जांच में खुलासा हुआ कि नायक और उसके साथियों ने व्यापारियों और ठेकेदारों को निशाना बनाकर फर्जी नियुक्ति पत्र, कार्य आदेश और दस्तावेज तैयार किए। उन्होंने पीड़ितों को सरकारी अनुबंध दिलाने का झांसा देकर बड़ी रकम प्रोसेसिंग शुल्क, सुरक्षा जमा और पंजीकरण शुल्क के रूप में वसूली। बता दें, नायक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके ठिकाने से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और बैंक विवरण बरामद किए हैं। पूछताछ से पैसों के लेन-देन और अन्य राज्यों में इस तरह के घोटालों का खुलासा होने की उम्मीद है।