India News (इंडिया न्यूज़), 9 Rules Of Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि शुरू होने में बस एक दिन बचा है। तैयारियां भी लगभग बंद हो चुकी हैं। इस बार नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू होकर 12 अक्टूबर 2024 को खत्म होगी। यह देवी की आराधना का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। इन दिनों पंडाल सजाने के साथ ही देवी की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। कुछ भक्त 9 दिनों तक व्रत रखते हैं तो कुछ पहला और आखिरी नवरात्रि रखते हैं। उन्नाव के ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र शास्त्री के अनुसार जब आप नौ दिनों तक मां अंबे की पूजा करते हैं तो इस दौरान कुछ काम वर्जित होते हैं। अगर कोई भक्त ऐसा करता है तो मां नाराज हो जाती हैं और पूजा का लाभ नहीं मिलता है।

क्या नहीं करना चाहिए?

खान-पान पर नियंत्रण

नवरात्रि के 9 दिनों में आपको अपने खान-पान पर विशेष नियंत्रण रखना चाहिए। इस दौरान मांस, मछली, शराब, लहसुन और प्याज जैसी चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। सात्विक और शुद्ध भोजन करें।

प्रेम से करें भक्ति

माता की पूजा शांति, भक्ति और प्रेम से करनी चाहिए। नवरात्रि के दिनों में घर में अगर कलह, द्वेष और किसी का अपमान होता है तो घर में अशांति रहती है और बरकत नहीं होती।

स्त्रियों का सम्मान करें

देवी पुराण में उल्लेख है कि मां भगवती केवल उन्हीं लोगों की पूजा स्वीकार करती हैं जो स्त्रियों का पूर्ण सम्मान करते हैं। स्त्रियों का सम्मान करने वालों पर मां लक्ष्मी सदैव प्रसन्न रहती हैं।

क्या आप भी पहली बार कर रहे है कलश स्थापना? तो भूलकर भी मत कर बैठिएगा इस प्रकार…ज्यादातर लोग कर देते है यही सबसे बड़ी गलती?

सफाई का विशेष ध्यान

नवरात्रि के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। नौ दिनों तक सूर्योदय के समय स्नान करके साफ कपड़े पहनने चाहिए। इस दौरान काले कपड़े या चमड़े की बेल्ट न पहनें।

पशु-पक्षियों न करें परेशान

नवरात्रि के दौरान मूक और असहाय पशु-पक्षियों को परेशान नहीं करना चाहिए। उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था करें। गौरतलब है कि मां दुर्गा का वाहन भी पशु ही है।

दोनों समय पूजा न भूलें

अगर आपने नवरात्रि के मौके पर अपने घर में कलश स्थापित किया है तो मान लीजिए आपने देवी को अपने घर आमंत्रित किया है। इसलिए दोनों समय उनकी पूजा करें और नैवेद्य अर्पित करना न भूलें।

घर बंद न करें

नवरात्रि के दौरान पूरे नौ दिनों में एक पल के लिए भी घर को बंद न करें। इसके अलावा बिस्तर पर सोने की बजाय फर्श पर सोना सही माना जाता है। इस बीच बाल, दाढ़ी और नाखून भी न कटवाएं।

कीर्तन करें

दिन में भगवान का नाम जपें। सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद पड़ोसियों या परिवार के सदस्यों के साथ कीर्तन, रामायण-पाठ आदि करें। आप चाहें तो दुर्गा सप्तशती का पाठ भी कर सकते हैं।

ब्रह्मचर्य पालन करें

अगर आपने नौ दिन का व्रत रखा है तो अपने पति/पत्नी से दूरी बनाए रखें। इस दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें। शुद्ध और पवित्र मन से देवी भगवती की पूजा करें।

ये है वेद के ऐसे 5 शक्तिशाली मंत्र जिनका उच्चारण जिसने भी किया उसने पाया अंतोल पैसा… बस आना चाहिए तो सही तरीका!

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।