India News (इंडिया न्यूज), Aja Ekadashi: हिंदू परंपरा में एकादशी एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है, जो हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की अगली तिथि को मनाया जाता है। अजा एकादशी को एकादशी के नाम से भी जाना जाता है जो भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन आती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और गरीब और दुखी लोगों को दान देने से जीवन में सुख, समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। ऐसी भी मान्यताएं हैं कि एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
सनातन परंपरा में अजा एकादशी का विशेष महत्व माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जो व्यक्ति इस एकादशी पर व्रत रखता है और दान करता है, वह सभी सांसारिक सुखों को भोगकर विष्णुलोक को जाता है। भाद्रपद कृष्ण पक्ष में आने वाली यह एकादशी सभी पापों का नाश करने वाली और अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल देने वाली मानी गई है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए।
इस एकादशी के बारे में बताते हुए भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर से कहा था, “अजा एकादशी का व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से व्यक्ति अपने सभी पापों से मुक्त हो जाता है और मोक्ष प्राप्त करता है।” इसलिए इस दिन व्रत रखने और भगवान नारायण की पूरे मन से पूजा करने का विशेष महत्व है।
Aaj Ka Panchang: आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
अजा एकादशी 29 अगस्त 2024 को दोपहर 01:18 बजे से शुरू होगी। साथ ही यह एकादशी 30 अगस्त 2024 को सुबह 01:36 बजे समाप्त होगी। हिंदू धर्म में उदयातिथि मान्य है, इसलिए यह एकादशी 29 अगस्त को मनाई जाएगी।
हिंदू धर्म शास्त्रों में दान को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। सनातन संस्कृति को मानने वाले लोग सदियों से दान के महत्व को समझते आ रहे हैं। लोग मन की शांति, मनोकामनाओं की पूर्ति, पुण्य की प्राप्ति, ग्रह दोषों के प्रभाव से मुक्ति और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दान करते हैं।
हिंदू धर्म में दान का इसलिए भी महत्व है क्योंकि कहा जाता है कि दान का लाभ न केवल जीवन में बल्कि मृत्यु के बाद भी मिलता है। लेकिन दान/दान का पुण्य फल तभी मिलता है जब दान सही समय पर, सही तरीके से और सच्चे मन से योग्य व्यक्ति को दिया जाए।
अन्य त्योहारों की तरह अजा एकादशी पर भी दान का बहुत महत्व माना जाता है। कहा जाता है कि इस पावन दिन अन्न और अनाज का दान करना श्रेष्ठ होता है। इसलिए एकादशी के पावन अवसर पर नारायण सेवा संस्थान द्वारा वंचित, गरीब और दिव्यांग बच्चों को भोजन दान करने के प्रकल्प का समर्थन कर पुण्य के भागी बनें।
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