भगवान राम के वो अभागे भक्त जिनका नाम अपने बच्चो को नही देते लोग?
होम / भगवान राम के वो अभागे भक्त जिनका नाम अपने बच्चो को नही देते लोग?

भगवान राम के वो अभागे भक्त जिनका नाम अपने बच्चो को नही देते लोग?

Prachi Jain • LAST UPDATED : October 13, 2024, 2:21 pm IST
ADVERTISEMENT
भगवान राम के वो अभागे भक्त जिनका नाम अपने बच्चो को नही देते लोग?

Shri Ram Bhakt: हमारे शास्त्रों और धर्मग्रंथों में नामों का बहुत महत्व बताया गया है। हर नाम का अपना विशेष अर्थ होता है, और यह माना जाता है कि नाम के अर्थ और उसके प्रभाव का सीधा संबंध व्यक्ति के जीवन और व्यक्तित्व पर पड़ता है।

India News (इंडिया न्यूज), Shri Ram Bhakt: बच्चों का नाम चुनना एक महत्वपूर्ण और धार्मिक प्रक्रिया है, जो उनके जीवन, भविष्य और भाग्य पर गहरा प्रभाव डालता है। हमारे भारतीय समाज में नामकरण संस्कार को हमेशा से विशेष महत्व दिया गया है, और यह धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं से जुड़ा होता है। अक्सर लोग अपने बच्चों के नाम धार्मिक और पौराणिक पात्रों जैसे राम, लक्ष्मण, कृष्ण आदि के नाम पर रखते हैं, क्योंकि यह नाम सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक आस्था से जुड़े होते हैं।

नाम और उनके प्रभाव का महत्व

हमारे शास्त्रों और धर्मग्रंथों में नामों का बहुत महत्व बताया गया है। हर नाम का अपना विशेष अर्थ होता है, और यह माना जाता है कि नाम के अर्थ और उसके प्रभाव का सीधा संबंध व्यक्ति के जीवन और व्यक्तित्व पर पड़ता है। भगवान राम, लक्ष्मण, कृष्ण, शिव, और अन्य देवी-देवताओं के नामों का चयन इसलिए किया जाता है क्योंकि वे पवित्रता, वीरता, और धर्म का प्रतीक माने जाते हैं। यह नाम बच्चों में सकारात्मक गुणों को प्रेरित करते हैं और उनके जीवन में शुभता लाते हैं।

सुंदरता का दूसरा नाम थी ताड़का…फिर ऐसा क्या हुआ जो इस ऋषि के श्राप ने छीन लिया पूरा निखार?

रावण, कंस जैसे नामों से परहेज

वहीं, दूसरी ओर ऐसे नाम जो नकारात्मक ऊर्जा या दुर्भावनाओं से जुड़े होते हैं, जैसे रावण, कंस, मेघनाद, विभीषण आदि, उनका चयन लोग बच्चों के लिए नहीं करते। ऐसा इसलिए क्योंकि ये नाम उन पौराणिक पात्रों से जुड़े हैं जिन्हें उनके अधार्मिक और अमानवीय कृत्यों के लिए जाना जाता है। उदाहरण के लिए, रावण एक विद्वान ब्राह्मण था, परंतु उसका अहंकार और अधर्म उसे नकारात्मक पात्र के रूप में स्थापित करता है। इसी प्रकार, कंस और मेघनाद भी अपने क्रूर और अन्यायपूर्ण कृत्यों के लिए कुख्यात हैं।

नामों के अर्थ और प्रभाव

नाम का अर्थ भी बहुत मायने रखता है। उदाहरण के लिए:

  • रावण का अर्थ है “जो चीखता है” या “दूसरों को रुलाता है”। यह नाम क्रूरता और अहंकार का प्रतीक है।
  • कुंभकरण का अर्थ है “कुंभ जैसा विशालकाय”। उसकी विशाल भूख और अत्यधिक सोने की आदत उसे एक नकारात्मक छवि में प्रस्तुत करती है।
  • मेघनाद का अर्थ है “बादलों की गर्जना”, लेकिन यह गर्जना विनाश और डर का प्रतीक मानी जाती है।
  • विभीषण, हालांकि धर्म का पालन करने वाला था, लेकिन उसे भाई के साथ विश्वासघात करने के कारण सम्मान नहीं मिला। लोग ऐसे नामों से बचते हैं क्योंकि वे नकारात्मक धारणाओं से जुड़े होते हैं।

जब आखिरी सांसे गिन रहा था रावण, तब लक्ष्मण को उसके पास भगवान राम ने भेजा, जानें इसके पीछे क्या थी बड़ी वजह

माता-पिता की प्राथमिकता

माता-पिता स्वाभाविक रूप से चाहते हैं कि उनके बच्चे के नाम का सकारात्मक प्रभाव हो और वह जीवन में उन्नति और सम्मान पाए। यही कारण है कि वे ऐसे नाम चुनते हैं जो देवी-देवताओं या धर्म के प्रतीक हों, और राक्षसों या नकारात्मक पात्रों के नामों से परहेज करते हैं। नामों का बच्चों के व्यक्तित्व पर सीधा प्रभाव पड़ता है, और यह निर्णय पूरी श्रद्धा और विचारशीलता के साथ किया जाता है।

निष्कर्ष

नाम केवल पहचान का साधन नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन, उसकी सोच और उसके भविष्य का भी प्रतिनिधित्व करता है। सही नाम का चयन करना एक धार्मिक और सांस्कृतिक कर्तव्य है, जिसे माता-पिता पूरी समझदारी और आस्था के साथ निभाते हैं। यही कारण है कि सकारात्मक ऊर्जा और शुभता वाले नाम जैसे राम, लक्ष्मण, कृष्ण अधिक लोकप्रिय होते हैं, जबकि रावण, कंस और विभीषण जैसे नामों से लोग दूर रहते हैं।

इस साल तो बच गए आप लेकिन 2025 में शनि दिखाएगा कोहराम, इन 3 राशियों के लिए आने वाला है तूफान?

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

सत्यवती की सुंदरता को देख मोहित हो गए थे ऋषि पराशर, फिर दे दिया ये वरदान
सत्यवती की सुंदरता को देख मोहित हो गए थे ऋषि पराशर, फिर दे दिया ये वरदान
कैसे किया जाता है खरना? खीर के बिना अधूरी मानी जाती है इसकी पूजा, जानें इसका क्या है महत्व
कैसे किया जाता है खरना? खीर के बिना अधूरी मानी जाती है इसकी पूजा, जानें इसका क्या है महत्व
Chhath Puja 2024: छठ घाट पर भिड़े AAP नेता और पुलिस वाले, DJ बना विवाद की वजह
Chhath Puja 2024: छठ घाट पर भिड़े AAP नेता और पुलिस वाले, DJ बना विवाद की वजह
MP News: ऑनलाइन ऑर्डर पर आया पिज्जा.. फिर डिब्बा खोलते ही उड़ गए होश
MP News: ऑनलाइन ऑर्डर पर आया पिज्जा.. फिर डिब्बा खोलते ही उड़ गए होश
इस मुस्लिम देश ने बनाया अमेरिकी चुनाव के बीच तबाही मचाने का प्लान,  400 मिसाइलें हमले के लिए तैयार…, खुलासे के बाद कांप गए दुनिया भर के देश
इस मुस्लिम देश ने बनाया अमेरिकी चुनाव के बीच तबाही मचाने का प्लान,  400 मिसाइलें हमले के लिए तैयार…, खुलासे के बाद कांप गए दुनिया भर के देश
Bareilly News: यूपी में दर्दनाक हादसा! युवक की ट्रेन से कटकर हुई मौत
Bareilly News: यूपी में दर्दनाक हादसा! युवक की ट्रेन से कटकर हुई मौत
पहली ही मुलाकात में Virat Kohli ने Anushka Sharma का उड़ा दिया था मजाक, फिर हुआ प्यार, बाद में 40 करोड़ की वजह से हुआ ब्रेकअप!
पहली ही मुलाकात में Virat Kohli ने Anushka Sharma का उड़ा दिया था मजाक, फिर हुआ प्यार, बाद में 40 करोड़ की वजह से हुआ ब्रेकअप!
Bihar: भागलपुर में हुआ हादसा,  छठ घाट की सफाई के दौरान डूबने से 3 बच्चों की मौत, घटना के बाद इलाके में पसरा मातम
Bihar: भागलपुर में हुआ हादसा, छठ घाट की सफाई के दौरान डूबने से 3 बच्चों की मौत, घटना के बाद इलाके में पसरा मातम
ट्रंप या कमला हैरिस… दुनिया के सबसे ताकतवर देश में वोटिंग शुरू, स्विंग स्टेट बदल सकता है चुनावी समीकरण
ट्रंप या कमला हैरिस… दुनिया के सबसे ताकतवर देश में वोटिंग शुरू, स्विंग स्टेट बदल सकता है चुनावी समीकरण
Basti : पूर्व सपा विधायक की मां सड़क हादसे में घायल, कार के परखच्चे उड़े
Basti : पूर्व सपा विधायक की मां सड़क हादसे में घायल, कार के परखच्चे उड़े
जिसे दुनिया से छुपा रहे थे Netanyahu, लीक हुआ वो ‘कागज’, मुस्लिम देश में घुसी ‘काली परछाई’ और फिर हुआ मौत का तांडव
जिसे दुनिया से छुपा रहे थे Netanyahu, लीक हुआ वो ‘कागज’, मुस्लिम देश में घुसी ‘काली परछाई’ और फिर हुआ मौत का तांडव
ADVERTISEMENT