India News (इंडिया न्यूज), Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी हिंदुओं के त्यौहार आते हैं, उनमें षड्यंत्र रचे जाते हैं। होली और दिवाली पर ज्ञान दिया जाता है, बकरीद पर कोई सवाल क्यों नहीं उठाता?
बागेश्वर बाबा ने आगे कहा, “यह इस देश का दुर्भाग्य है कि जब भी सनातन हिंदू धर्म के त्यौहार आते हैं, तो कोई कानून तोड़ने की बात करता है, प्रतिबंध लगाता है, प्रतिबंध लगाने की मांग करता है। किसी ने कहा कि दिवाली पर इतने तेल के दीये जलाए जाते हैं, इससे कितने गरीबों को फायदा होगा।” उन्होंने कहा, “मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस देश में बकरीद भी मनाई जाती है, इसे बंद करें। बकरीद पर लाखों रुपये के बकरे काटे जाते हैं, उस पैसे को गरीबों में बांट दें, इससे उनका भला होगा। साथ ही जानवरों के खिलाफ हिंसा भी नहीं होगी।”
हिंदू त्योहारों पर बंद हो पाखंड
उन्होंने कहा, “एक सज्जन ने कहा कि पटाखों से प्रदूषण होता है। 1 जनवरी को हैप्पी न्यू ईयर के नाम पर पटाखे फोड़े जाते हैं, तब उनका ज्ञान कहां चला जाता है? तब प्रदूषण नहीं होता, दिवाली आते ही प्रदूषण शुरू हो जाता है। होली आते ही पानी प्रदूषित हो जाता है। जब खून-खराबा होता है, तब ये लोग बयान नहीं देते, तब ये मांग नहीं करते, तब ये कानून लाने की बात नहीं करते। हिंदू त्योहारों पर पाखंड बंद होना चाहिए। हम दिवाली अच्छे से मनाएंगे, हमने कॉटन बम खरीदे हैं।”
दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी के दिन कर लिए ये उपाय, तो हो जाएंगे कर्ज मुक्त!
कई राज्यों में पटाखों पर प्रतिबंध
पर्यावरण की रक्षा के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु जैसे राज्यों ने पटाखों के इस्तेमाल पर सख्त नियम लागू किए हैं। सीमित अवधि के लिए केवल ‘ग्रीन क्रैकर्स’ की अनुमति है, जिन्हें प्रदूषण कम करने में मददगार माना जाता है।