India News (इंडिया न्यूज़), Sawan 2024: सनातन धर्म में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। हर त्योहार पर लोग गंगा स्नान करने जाते हैं। लेकिन उत्तरवाहिनी गंगा का एक अलग महत्व है। मान्यता है कि उत्तरवाहिनी गंगा में स्नान कर भगवान शिव को जल चढ़ाने से विशेष लाभ मिलता है। सावन नजदीक है और लोग भगवान शिव की पूजा करेंगे। अगर हम उत्तरवाहिनी गंगा के जल से भगवान शिव की पूजा करेंगे तो हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
- क्यों शिव जी को प्रिय है उत्तरवाहिनी गंगा?
- इस मान्यता को मानते है लोग
शिव जी को क्यों प्रिय है उत्तरवाहिनी गंगा?
क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान शिव को उत्तरवाहिनी गंगा का जल इतना प्रिय क्यों है? अजायबनाथ मंठ के प्रधान पुजारी प्रेमानंद ने बताया कि भगवान शिव उत्तर दिशा में निवास करते हैं। उनकी जटाओं में मां गंगा विराजमान हैं। भगवान शिव का हृदय उत्तर दिशा माना जाता है। इसलिए उत्तर दिशा से बहने वाला गंगा जल उन्हें अत्यंत प्रिय है। कहा जाता है कि जो भक्त उत्तरवाहिनी गंगा का जल भगवान शिव को चढ़ाते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं हर साल सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु यहां से जल भरकर बाबा वैद्यनाथ धाम यानी देवघर जाते हैं। Sawan 2024
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गंगा ने बदली है अपनी धारा Sawan 2024
गंगा ने पिछले कुछ सालों में अपनी धारा बदली है। अब गंगा पूर्व और पश्चिम की ओर बहने लगी है। लेकिन सावन में जलस्तर बढ़ने से गंगा फिर से उत्तरवाहिनी हो जाती है। जहां से लाखों श्रद्धालु जल भरकर 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर बाबा वैद्यनाथ धाम पहुंचते हैं।
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