सींकों का ये जोड़ बना सकता इस महीने आपकी किस्मत…1 उपाय से मुस्कुरा देंगी मां लक्ष्मी?
India News (इंडिया न्यूज), Broom Vastu Tips: भारतीय संस्कृति में हर छोटी से छोटी चीज का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व होता है, और इसमें झाड़ू का भी एक विशेष स्थान है। झाड़ू केवल सफाई का साधन नहीं, बल्कि इसे मां लक्ष्मी से जुड़ा हुआ भी माना जाता है। कहते हैं कि जहां साफ-सफाई होती है, वहां लक्ष्मी जी का वास होता है। झाड़ू से जुड़ी परंपराएं और मान्यताएं हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक स्थिरता लाने का प्रतीक मानी जाती हैं। इसलिए झाड़ू खरीदने और उसके उपयोग को लेकर कुछ खास नियम और सावधानियां बताई गई हैं। आइए जानें झाड़ू से जुड़े महत्वपूर्ण धार्मिक और ज्योतिषीय नियम।
कौन-से दिन झाड़ू खरीदना अशुभ माना गया है?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ दिन ऐसे होते हैं जब झाड़ू खरीदने से घर में अशुभता आ सकती है। विशेष रूप से:
शनिवार और मंगलवार को झाड़ू खरीदने से बचना चाहिए।
मान्यता है कि इन दिनों में झाड़ू खरीदने से घर में धन की हानि हो सकती है, और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इन दिनों का संबंध क्रमशः शनि और मंगल ग्रह से होता है, जो कर्म और संघर्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए इन दिनों में झाड़ू खरीदने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है, जिससे घर में धन की कमी और पारिवारिक कठिनाइयां हो सकती हैं।
टूटी हुई झाड़ू का उपयोग न करें: वास्तु के अनुसार, टूटी हुई झाड़ू का उपयोग करने से घर की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। इसे उचित दिन पर घर से बाहर निकाल देना चाहिए।
पुरानी झाड़ू को कैसे हटाएं: पुरानी झाड़ू को घर में उचित जगह पर छिपाकर रख दें और ध्यान रखें कि इसे निकालते समय किसी की नजर न पड़े। इस प्रक्रिया से नकारात्मक ऊर्जा का घर से नाश होता है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
झाड़ू का संबंध नकारात्मक ऊर्जा से: झाड़ू से घर की नकारात्मक ऊर्जा भी साफ होती है। झाड़ू का सही समय और दिन पर उपयोग करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे घर का वातावरण शुद्ध और समृद्ध बनता है।
इन धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं का पालन करने से घर में सुख-समृद्धि, आर्थिक स्थिरता और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।