India News (इंडिया न्यूज़), Favourite Incomplete Wish: धर्म कोई भी हो, एक समय ऐसा आता है जब आप अपने भगवान से कुछ न कुछ जरूर मांगते हैं और वह इच्छा पूरी नहीं होती। हिंदू धर्म की बात करें तो आपने कई लोगों को अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए व्रत रखते देखा होगा या कई लोगों को रात में जागकर भजन गाते सुना होगा। कई लोग एक के बाद एक भगवान के कई मंदिरों में जाते हैं और कुछ न कुछ चढ़ाकर अपनी मनोकामना पूरी होने की मांग करते हैं, लेकिन समस्या तब खड़ी होती है जब लाख कोशिशों के बाद भी वह इच्छा पूरी नहीं होती। ऐसे समय में आप भी सोचते हैं कि भगवान आपकी बात क्यों नहीं सुन रहे हैं। क्या आपकी भक्ति में कोई कमी है या फिर पूजा की विधि गलत है?

इतने बड़े ब्राह्मण का बेटा लेकिन फिर भी कहलाया असुर…आखिर क्यों रावण को मजबूरी में लेनी पड़ी थी सोने की लंका?

क्यों पूरी नहीं होती मनोकामनाएं

ऐसी मान्यता प्रचलित है कि भगवान उन भक्तों की जल्दी सुनते हैं जिनकी भक्ति सच्ची होती है और जो बिना किसी शर्त के पूजा करते हैं, यानी जो भक्त अपने भगवान से कुछ नहीं चाहते, ऐसे भक्तों के मन में अगर कोई मनोकामना है तो भगवान उनकी भी मनोकामना पूरी कर देते हैं और जिन भक्तों में आस्था नहीं होती और जो सिर्फ अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रसाद चढ़ाते हैं, ऐसे भक्तों की भगवान नहीं सुनते।

दूसरा बड़ा कारण यह है

ऐसा माना जाता है कि भगवान को भक्त द्वारा की गई कामनाएँ पसंद नहीं आती हैं, यानी वे आपको वो सब कुछ देते हैं जिसके आप हकदार हैं और जो आपके लिए ज़रूरी है। उदाहरण के लिए, अगर कोई बच्चा अपने माता-पिता से कोई ऐसी चीज़ माँगता है जो उसके लिए सही नहीं है, तो वे उसे वो चीज़ नहीं देते क्योंकि वे जानते हैं कि उसका उसके जीवन में कोई महत्व नहीं है और इससे उसका कोई भला नहीं होने वाला है। इसी तरह भगवान भी अपने भक्तों की इच्छाओं के बारे में यही राय रखते हैं।

भगवान गणेश पर हमला करने वाले ये देवता आज भी मानव रूप में जीवित, महादेव से मिला चिरंजीव होने का वरदान!

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।