India News (इंडिया न्यूज), Chetra Navaratri 2025: चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में एक पवित्र और महत्वपूर्ण समय है। यह नवरात्रि देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना और आत्मिक शुद्धि का समय होता है। इस वर्ष, चैत्र नवरात्रि का पहला नौरात्रा विशेष महत्व रखता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किया गया कोई भी उपाय आपकी हर मुराद को पूर्ण कर सकता है। आइए जानते हैं इस खास दिन की महत्ता और उस अचूक उपाय के बारे में।
पहला नौरात्रा: देवी शैलपुत्री की पूजा का दिन
चैत्र नवरात्रि का पहला दिन देवी शैलपुत्री को समर्पित होता है। यह दिन आत्मशुद्धि और नए संकल्पों का प्रतीक माना जाता है। देवी शैलपुत्री को प्रकृति की देवी भी कहा जाता है, और उनकी पूजा करने से जीवन में स्थिरता, सुख और समृद्धि आती है।
सुबह की आरती के दीपक में डालें यह 1 चीज
धार्मिक ग्रंथों और परंपराओं के अनुसार, सुबह की आरती में घी के दीपक का विशेष महत्व है। लेकिन इस बार, दीपक में एक विशेष चीज डालने का सुझाव दिया गया है, जिससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। वह चीज है “कपूर”।
कपूर डालने के लाभ:
- सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: कपूर जलाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मकता का वास होता है।
- देवी का आशीर्वाद: धार्मिक मान्यता है कि कपूर जलाने से देवी दुर्गा शीघ्र प्रसन्न होती हैं।
- वास्तु दोष का निवारण: कपूर जलाने से वास्तु दोष भी समाप्त होता है।
- आरोग्य की प्राप्ति: कपूर की सुगंध से मन शांत होता है और मानसिक तनाव दूर होता है।
इस साल चैत्र नवरात्री घटकर होंगे 9 नहीं बल्कि 8, क्या होता है इसका संकेत जब घटते है नौरात्रि?
उपाय करने की विधि
- प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजास्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- घी का दीपक प्रज्वलित करें और उसमें एक टुकड़ा कपूर डालें।
- देवी शैलपुत्री का ध्यान करें और अपनी मनोकामना उनके चरणों में अर्पित करें।
- मंत्र: “व्रत्ताव कल्याणी देव्यै नमो नमः।” मंत्र का जाप करें।
पहला नौरात्रा: संकल्प और साधना का समय
पहला नौरात्रा आत्मनिरीक्षण और जीवन के प्रति एक नई दिशा तय करने का अवसर है। इस दिन किए गए पूजा-पाठ और उपायों का प्रभाव पूरे नवरात्रि में महसूस किया जा सकता है।
इस चैत्र नवरात्रि के पहले नौरात्रे को विशेष बनाने के लिए सुबह की आरती के दीपक में कपूर अवश्य डालें। यह छोटा सा उपाय आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करने में सहायक हो सकता है। देवी दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति प्राप्त करें।
“जय माता दी!”